Site icon hindi.revoi.in

जम्मू-कश्मीर : किश्तवाड़ में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, एक जवान शहीद

Social Share

जम्मू, 22 मई। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आज संयुक्त सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली, जिन्होंने मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया। अंतिम समाचार मिलने तक मुठभेड़ जारी थी क्योंकि अनुमान के अनुसार दो आतंकी घिरे हुए थे। फिलहाल आतंकियों के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

अधिकारियों के अनुसार इस अभियान के दौरान एक जवान भी शहीद हो गया। मुठभेड़ में जवान गंभीर रूप से घायल हुआ था, जिसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। शहीद सैनिक की पहचान सिपाही गायकवाड़ संदीप पांडुरंग, निवासी करानाडी, तहसील अकोला, जिला अहमदनगर, महाराष्ट्र के रूप में हुई है।

रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) आतंकवादियों के खिलाफ 11 राष्ट्रीय राइफल्स, 7 असम राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) सहित संयुक्त बलों ने किश्तवाड़ जिले के सिंघपोरा, छात्रू इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। आतंकियों की संख्या चार बताई गई थी। दो आतंकियों की मौत के बाद दो आतंकियों की तलाश की जा रही है।

अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ सुबह शुरू हुई, जो दोपहर बाद भी जारी थी। अधिकारियों ने बताया कि तीन से चार आतंकवादियों के एक समूह की मौजूदगी की विशेष सूचना मिलने के बाद संयुक्त सुरक्षा बलों ने किश्तवाड़ जिले के सिंघपोरा, छात्रू इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया।

अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों से निबटने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे सुरक्षा बलों की पहुंच से भागने में सफल न हों, घेराबंदी कड़ी कर दी गई थी। लेकिन, जैसे ही संयुक्त बल करीब पहुंचे, छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके बाद आतंकियों और सुरक्षा बलों में मुठभेड़ शुरू हो गई।

जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के तीन से चार आतंकवादियों के छिपे होने की खबर है। ऑपरेशन को ऑपरेशन त्राशी नाम देते हुए भारतीय सेना की ह्वाइट नाइट कोर ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में कहा कि आज सुबह छात्रू, किश्तवाड़ में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों से सामना हुआ।

अतिरिक्त जवानों को शामिल किया गया है और आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए ऑपरेशन जारी है। अधिकारियों के अनुसार संयुक्त बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों, उनके ओवरग्राउंड वर्कर्स और समर्थकों के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू कर दिया है। ये अभियान गत 22 अप्रैल के बाद और तेज हो गया, जब लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन घाटी में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी।

Exit mobile version