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व्यापारियों का आकलन : टमाटर के भाव अभी दो माह तक कम होने की उम्मीद नहीं

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नई दिल्ली, 18 जुलाई। पिछले कुछ दिनों से देश के अधिकतर हिस्सों में टमाटर देश के दाम आसमान छू रहे हैं। घरेलू बाजार में टमाटर की कीमत 80 रुपये से लेकर 280 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। अब एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है, जिसपर भरोसा करें तो टमाटर के भाव अगले कुछ महीने तक कम होने की उम्मीद नहीं है। व्यापारी वर्ग का आकलन है कि टमाटर की कीमतें अगले दो महीने तक 100 रुपये प्रति किलोग्राम से कम नहीं होंगी।

इसी क्रम में नागपुर कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) के एक व्यापारी चंद्रमणि बोरकर ने चेतावनी दी कि उपभोक्ताओं को अगले एक-दो माह तक टमाटर की कीमतों में कोई महत्वपूर्ण गिरावट नहीं देखने को मिल सकती है।

कई राज्यों में बारिश की वजह से टमाटर की फसल खराब

बोरकर ने कहा कि टमाटर उगाने वाले केंद्रों का दौरा करने के बाद उन्हें आम लोगों के लिए बढ़ी कीमतों में कोई राहत की उम्मीद नहीं है। इसकी मुख्य वजह यह है कि महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में हो रही बारिश की वजह से टमाटर की फसल खराब हो गई है। कुछ टमाटर रास्ता बंद हो पाने की वजह से गाड़ियों में भरा-भरा सड़ गया है।

आने वाले हफ्तों में 300 रुपये तक पहुंच सकती है कीमत

देखा जाए तो देशभर में बहुत ही कम समय में टमाटर की कीमतों में उछाल आया है। जून में 40 रुपये प्रति किलोग्राम के रेट से टमाटर बिक रहा था। लेकिन जैसे ही मानसून की बारिश शुरू हुई, जुलाई की शुरुआत में इसकी कीमत 100 रुपये प्रति किलो के पार कर गई और हाल के हफ्तों में देश के अलग शहरों में यह 100 से 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक बेचा जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, देश के कुछ हिस्सों में लगातार बारिश के कारण टमाटर की कीमतें और बढ़ने की उम्मीद है और आने वाले हफ्तों में 300 रुपये तक पहुंच सकती है।

कब होती है टमाटर की बुआई?

दरअसल, टमाटर का उत्पादन चक्र आमतौर पर 60 से 90 दिनों का होता है। अधिकतर किसान टमाटर की खेती मई या जून में करते हैं। टमाटर की बुआई होने के करीब 60 दिन बाद टमाटर पेड़ से तोड़े जाते हैं। लेकिन भारी बारिश के कारण किसान टमाटर की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में कीमतों को स्थिर होने में अधिक समय लग सकता है। किसानों का कहना है कि बारिश रुकने के बाद वह इस फसल की बुआई कर पाएंगे।

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