श्रीनगर, 25 नवम्बर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि एनआईए श्रीनगर और कश्मीर के शोपियां जिलों में चार जगहों पर तलाशी ले जा रही है। पुलिस और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) एनआईए इसमें सहायता कर रहे है। उल्लेखनीय है कि एनआईए द्वारा एक प्रतिष्ठित मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज को कथित टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद यह छापेमारी हो रही है।
- लगातार हो रही तलाशी
बता दें कि जम्मू कश्मीर के कई जिलों के कई जगहों पर एनआईए और सीआरपीएफ साथ मिलकर तलाशी कर रहे है। एंजेसी के सूत्रों की मानें तो आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी के वरिष्ठ सदस्यों से जुड़े परिसरों की तलाशी ले रही है। हालांकि सुरक्षा को देखते हुए गुप्त जानकारी साझा नहीं की गई है।
- टेरर फंडिंग क्या है?
टेरर फंडिंग में आतंकवादी गतिविधियों के लिए फंड उपलब्ध कराया जाता है। इसमें वैध स्रोतों से जुटाई गई धनराशि भी शामिल होती है, जैसे पर्सनल डोनेशन और बिजनेस और चेरीटेबल ऑर्गनाइजेशन से मिलने वाला प्रोफिट। टेरर फंडिंग में इसके साथ ही आपराधिक स्रोतों से भी धन प्राप्त किया जाता है। जैसे- नशीली दवाओं के व्यापार, हथियारों और अन्य सामानों की तस्करी, धोखाधड़ी, अपहरण और जबरन वसूली। आतंकवादी जब वैध स्रोतों से धन जुटाते हैं, तो इन फंडों का पता लगाना और उन पर नजर रखना ज्यादा कठिन हो जाता है।