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विश्व जूनियर बैडमिंटन : साइना का इतिहास नहीं दोहरा सकीं तन्वी, रजत पदक से करना पड़ा संतोष

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गुवाहाटी, 19 अक्टूबर। सेमीफाइनल में प्रवेश के साथ ही 17 वर्षों में पहली बार भारत के लिए पदक पक्का करने वालीं सर्वोच्च वरीय भारतीय शटलर तन्वी शर्मा को BWF विश्व जूनियर बैडमिंटन चैम्पियनशिप में रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जब वह रविवार को यहां महिला एकल फाइनल में थाईलैंड की अन्यापत फिचितप्रीचासक के हाथों सीधे गेमों में हार गईं।

थाई शटलर अन्यापत ने सीधे गेमों में दर्ज की जीत

उल्लेखनीय है कि 16 वर्षीय तन्वी पूर्ववर्ती साइना नेहवाल और अपर्णा पोपट के नक्शेकदम पर चलते हुए शानदार प्रदर्शन के सहारे फाइनल का टिकट पाने वाली सिर्फ तीसरी भारतीय महिला शटलर बनी थीं। हालांकि वह खिताबी मुकाबले में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर सकीं और उन्हें दूसरी वरीयता प्राप्त थाई शटलर ने सिर्फ 28 मिनट में 15-7, 15-12 से शिकस्त दे दी।

साइना नेहवाल ने 2008 में देश को दिलाया था स्वर्ण पदक

इसमें कोई शक नहीं कि तन्वी ने 17 वर्षों में पहली बार विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में भारत को पदक दिलाया, लेकिन वह साइना का इतिहास नहीं दोहरा सकीं, जिन्होंने 2006 में रजत पदक जीतने के बाद 2008 में देश के लिए स्वर्ण पदक जीता  था। साइना के पूर्व अपर्णा पोपट ने 1996 में रजत पदक हासिल किया था।

नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस परिसर के कोर्ट नंबर एक पर फाइनल मुकाबला शुरू से ही कड़ा रहा। दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे की गलतियों के कारण 2-2 से 4-4 तक बराबरी पर आ गईं। अन्यापत ने हालांकि इसके बाद तन्वी की गलतियों का फायदा उठाकर 10-5 की बढ़त बना ली और फिर इसके बाद आसानी से पहला गेम अपने नाम किया।

दूसरे गेम में तन्वी ने कुछ सटीक डीप रिटर्न के साथ 6-1 की बढ़त बना ली। लेकिन फिर उन्होंने गलतियां की, जिसका फायदा उठाकर अन्यापत ने अंतर को 5-7 तक कम कर दिया। थाई शटलर ने तन्वी को बार-बार नेट पर आने के लिए मजबूर किया, जिससे उनकी गलतियां बढ़ गईं। स्कोर 8-8 की बराबरी के बाद अन्यापत ने आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए बढ़त हासिल की और फिर गेम व खिताब अपने नाम कर लिया।

चीनी शटलरों ने जीते तीन खिताब

प्रतियोगिता के अंतिम दिन चीनी शटलरों का वर्चस्व दिखा, जिन्होंने पांच में तीन खिताब (पुरुष एकल, पुरुष युगल व महिला युगल) जीते। इनमें तीसरी सीड यांग मिंग यू लियु ने सर्वोच्च वरीय इंडोनेशियाई मोहम्मद जकी उबैदिल्लाह को 35 मिनट में 15-10, 15-11 से हराकर पुरुष एकल उपाधि अपने नाम की।

 

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