नई दिल्ली, 29 अक्टूबर। स्टेटिस्टा की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का रक्षा मंत्रालय दुनिया का सबसे बड़ा नियोक्ता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2.92 मिलियन लोगों के साथ इसमें संयुक्त सक्रिय सेवा कर्मी, जलाशय और नागरिक कर्मचारी शामिल हैं।
स्टेटिस्टा जर्मनी स्थित एक निजी संगठन है जो दुनिया भर में विभिन्न मुद्दों के बारे में डेटा और आंकड़े प्रदान करता है। वर्ष 2022 में दुनियाभर में सबसे बड़े कार्यबल वाले नियोक्ताओं पर स्टेटिस्टा इन्फोग्राफिक के अनुसार, भारत के बाद अमेरिकी रक्षा विभाग है, जो 2.91 मिलियन लोगों को रोजगार देता है।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘दुनिया के सबसे बड़े नियोक्ताओं की रैंकिंग में सबसे ऊपर भारत का रक्षा मंत्रालय है। सक्रिय सेवा कर्मियों, जलाशयों और नागरिक कर्मचारियों को मिलाकर कुल कर्मचारियों की संख्या 2.92 मिलियन है जो अमेरिका के रक्षा विभाग से एक स्पर्श आगे है।’
चीन में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी, जिसमें नागरिक पदों को शामिल नहीं किया गया है, लगभग 2.5 मिलियन लोगों को रोजगार देता है। बाजार और उपभोक्ता डेटा में विशेषज्ञता रखने वाली हैम्बर्ग स्थित फर्म ने यह जानकरी दी।
रिपोर्ट के अनुसार दुनिया की किसी भी कम्पनी में वॉलमार्ट से ज्यादा कर्मचारी नहीं हैं। स्टेटिस्टा ने बताया, ‘यूएस रिटेल दिग्गज की नई जानकारी ने यह आंकड़ा 2.3 मिलियन के बड़े पैमाने पर रखा। 1.6 मिलियन मजबूत कार्यबल के साथ दूसरे स्थान पर होने के बावजूद अमेजन भी करीब नहीं आता है।’
स्टेटिस्टा का यह नया इन्फोग्राफिक 2021 में कुल वैश्विक सैन्य खर्च 2113 बिलियन अमेरिका डॉलर तक पहुंचने के बाद आश्चर्य की बात नहीं है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, 2021 में पांच सबसे बड़े खर्च करने वाले अमेरिका, चीन, भारत, यूनाइटेड किंगडम और रूस थे, जो कुल खर्च का 62 प्रतिशत हिस्सा थे।
2021 में अमेरिकी सैन्य खर्च 801 बिलियन अमेरिका डॉलर था, जबकि दुनिया के दूसरे सबसे बड़े खर्च करने वाले चीन ने अपनी सेना को अनुमानित रूप से 293 बिलियन अमेरिका डॉलर आवंटित किए। इस बीच SIPRI की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का 76.6 बिलियन अमेरिकी डालर का सैन्य खर्च दुनिया में तीसरे स्थान पर है।