मुंबई, 7 दिसम्बर। महाराष्ट्र में महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बनाने वाले विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी (MVA) के एक घटक दल यानी शिवसेना (यूबीटी) विधायकों ने नवनिर्वाचित राज्य विधानसभा के शपथ ग्रहण समारोह का भी बहिष्कार कर दिया और शपथ नहीं ली। पार्टी नेता आदित्य ठाकरे ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए यह घोषणा की।
इस बीच नवगठित 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र शनिवार को शुरू हुआ। पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर कालिदास कोलंबकर ने सर्वप्रथम मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्रीद्वय एकनाथ शिंदे व अजित पवार को विधायक के रूप में शपथ दिलाई। पहले दिन नए विधायकों ने शपथ ली।
महाराष्ट्र में MVA ने निर्णय लिया है कि कि वो शपथ नहीं लेंगे।
सरकार और चुनाव आयोग की यह जिम्मेवारी है कि वो सभी शंकाओं को दूर करनी चाहिए। pic.twitter.com/Q0LDIrzpqE
— Ritu Choudhary (@RituChoudhryINC) December 7, 2024
हालांकि इस दौरान शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के जीते हुए विधायकों ने शपथ नहीं ली। आदित्य ठाकरे ने कहा, हमने फैसला किया है कि हमारे (शिवसेना यूबीटी) जीते हुए विधायक शपथ नहीं लेंगे। विधानसभा में हम लोगों ने इसका बायकॉट किया है। यदि यह लोगों का जनादेश होता तो लोग खुश होते और जश्न मनाते, लेकिन लोगों ने इस जीत का कहीं भी जश्न नहीं मनाया। हमें ईवीएम पर संदेह है। लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।’
शिवाजी की प्रतिमा पर लगाए नारे
आदित्य ठाकरे अपनी पार्टी के सभी विधायकों समेत विधानसभा पहुंचे। यहां वे छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास पहुंचे। उन्होंने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और फूल चढाए। शिवाजी की जयकारे लगाए और फिर सदन के अंदर शपथ न लेने की बात फिर दोहराई।
कालिदास कोलंबकर प्रोटेम स्पीकर नियुक्त
इसके पूर्व वरिष्ठ भाजपा विधायक कालिदास कोलंबकर ने शुक्रवार को विधायक के रूप में शपथ ली और फिर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया। नौ बार विधायक रहे कोलंबकर सदन में सबसे वरिष्ठ विधायक हैं और मुंबई में वडाला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
प्रोटेम स्पीकर के तौर पर कोलंबकर शेष 287 नवनिर्वाचित विधायकों को पद की शपथ दिलाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव नौ दिसम्बर को होगा, जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार विश्वास मत हासिल करेगी और राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राज्यपाल का अभिभाषण होगा।
गौरतलब है कि गत 20 नवम्बर को हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे 23 नवम्बर को घोषित किए गए, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर दो तिहाई से ज्यादा बहुमत हासिल किया था। नई सरकार ने गत पांच दिसम्बर को आजाद मैदान में शपथ ली, जिसमें देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने जबकि एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।