मुंबई, 23 फरवरी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के कद्दावर नेता शरद पवार ने पार्टी नेता व राज्य के मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की काररवाई पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इसे केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ बोलने वालों को परेशान करने का प्रयास करार दिया है।
गौरतलब है कि ईडी ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को नवाब मलिक से ईडी दफ्तर में ही लगभग पांच घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। एनसीपी नेता को सुबह ही उनके आवास से जांच टीम ले गई थी।
‘महाराष्ट्र के सीएम पद पर रहते मेरा नाम दाऊद से भी जोड़ने की कोशिश हुई थी‘
शरद पवार ने कहा, ‘नवाब मलिक बहुत मुखर रहे हैं और हमें यकीन था कि वे उन्हें परेशान करने के लिए कोई मुद्दा उठाएंगे। अगर कोई मुस्लिम कार्यकर्ता है, जो उनका विरोधी है तो उसका नाम दाऊद से जोड़ना उनकी आदत है। जब मैं महाराष्ट्र का सीएम था तो उन्होंने मेरा नाम दाऊद से भी जोड़ने की कोशिश की थी। यह उन लोगों को परेशान करने की
किसी नोटिस के बिना ले जाना महाराष्ट्र का अपमान : सुप्रिया सुले
वहीं, शरद पवार की बेटी और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने कहा, ‘कई दिनों से भाजपा के लोग ट्वीट कर रहे थे कि नवाब मलिक और महा विकास अघाड़ी के खिलाफ ईडी का नोटिस आएगा। वे उन्हें बिना किसी नोटिस के सीधे ईडी कार्यालय ले गए। पता नहीं, उन्होंने कौन सी नई राजनीति शुरू की है। यह महाराष्ट्र का अपमान है।’
संजय राउत बोले – यह महाराष्ट्र सरकार को चुनौती
महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल ने भी कहा कि ऐसा व्यवहार देश की संघीय व्यवस्था के खिलाफ है। यह सत्ता के दुरुपयोग का दूसरा रूप है। किसी राज्य के मंत्री को बिना कोई नोटिस दिए ले जाना हर बात का मजाक है।
त्रिशूल के 3 प्रहारों की तरह भाजपा के 3 सहयोगी – सीबीआई, ईडी और आयकर
असम से कांग्रेस के सांसद प्रद्युत बोरदोलोई ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह प्रतिशोधी भाजपा सरकार द्वारा की गई सबसे अनुमानित काररवाई के अलावा और कुछ नहीं है। भाजपा के तीन सहयोगी हैं, जो त्रिशूल के तीन प्रहारों की तरह हैं। सीबीआई, ईडी और आयकर, जिनका उपयोग व्यवस्थित रूप से अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने के लिए किया जाता है।