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शिंजो आबे के हत्यारोपित यामागामी का सनसनीखेज खुलासा – ‘इसलिए मैंने पूर्व जापानी पीएम की हत्या की’

Japanese Prime Minister Shinzo Abe reacts during a news conference at the prime minister's official residence in Tokyo, Japan, August 28, 2020. Franck Robichon/Pool via REUTERS TPX IMAGES OF THE DAY - RC2XMI9RJFXZ

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टोक्यो, 26 अगस्त। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या करने वाले तेत्सुया यामागामी ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा है कि मां द्वारा संपत्ति और धन के दान देने के कारण पैदा हुई कंगाली की परिस्थियों ने बंदूक उठाने और आबे की हत्या करने के लिए उसे मजबूर कर दिया था।

शिंजो आबे से संबंधित चर्च को अकूत दान देकर मेरी मां ने मेरा जीवन बर्बाद कर दिया था

यामागामी ने पुलिस की पूछताछ में यह सनसनीखेज बयान दिया है। यामागामी के अनुसार उसने जापान के सबसे शक्तिशाली और विभाजनकारी राजनेताओं में से एक शिंजो आबे को इसलिए मार डाला कि उनका संबंध कथिततौर पर उस यूनिफिकेशन चर्च से माना जाता था, जिसे अकूत दान देकर उसकी (यामागामी) मां ने उसका जीवन तबाह कर दिया था।

यामागामी ने बताया कि वह एक समृद्ध परिवार से ताल्लुक रखता था, लेकिन उसकी मां ने एक विवादास्पद यूनिफिकेशन चर्च को अपनी धन-संपदा का काफी दान किया, जिसके कारण उसे गरीबी और उपेक्षित जिंदगी बितानी पड़ रही थी। इस कारण उसके मन में भयंकर क्रोध भर गया था।

खुलासे के बाद कुछ जापानियों ने हत्यारोपित के प्रति दर्शाई हमदर्दी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 41 वर्षीय हत्यारोपित के इस खुलासे के बाद कुछ जापानियों ने उसके प्रति हमदर्दी व्यक्त की है और सोशल मीडिया पर इस बात की मांग उठ रही है कि डिटेंशन सेंटर में बंद तेत्सुया यामागामी को सरकार की ओर से केयर पैकेज भेजा जाना चाहिए। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर लगभग 7,000 से अधिक लोगों ने दस्तखत करते हुए मांग की है कि अभियोजन पक्ष कोर्ट में पूर्व पीएम शिंजो आबे की हत्या का केस लड़ते हुए यामागामी के प्रति सहानभूति रखे।

यूनिफिकेशन चर्च के अनुयायियों पर हजारों बच्चों की दुर्दशा के भी आरोप

दरअसल, यामागामी के इस बयान पर जापान में व्यापक चर्चा हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यूनिफिकेशन चर्च के अनुयायियों पर हजारों बच्चों की दुर्दशा का मामला भी उजागर हुआ है, जिन्हें चर्च के कारण दुर्व्यवहार और भारी उपेक्षा का सामना करना पड़ा है।

इस संबंध में रिशो विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान और और धर्म अध्ययन के प्रोफेसर किमियाकी निशिदा ने यामागामी के बयान की मूल भावना से सहमति जताते हुए कहा, ‘अगर उसने कथित रूप से आबे की हत्या का अपराध नहीं किया होता, तो शायद यामागामी सहानुभूति का पात्र होता। उसकी तरह कई अन्य लोग भी अपने माता-पिता के विश्वास के कारण इस मामले में पीड़ित हैं।’

आबे के हत्या के बाद से मौजूदा पीएम फुमियो किशिदा की लोकप्रियता में काफी गिरावट

जानकारी के मुताबिक जापान में सत्ताधारी पार्टी ने, जिससे शिंजो आबे संबंध रखते थे, भी अपने कथित राजनीतिक फायदों के लिए विवादों में रहने वाले यूनिफिकेशन चर्च के साथ मधुर संबंध बनाए रखा है। बताया जा रहा है कि पूर्व पीएम आबे की हत्या के बाद से मौजूदा प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की लोकप्रियता में काफी गिरावट आई है और यही कारण है कि उन्होंने हाल में अपने मंत्रिमंडल में भारी फेरबदल भी किया है। इसी क्रम में राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के प्रमुख ने गुरुवार को आबे की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

यूनिफिकेशन चर्च पर ब्रेनवॉशिंग कर अनुयायियों से दान लेने के आरोप लगते रहे हैं

शिंजो आबे की हत्या से पहले भी यामागामी सोशल मीडिया पर यूनिफिकेशन चर्च के प्रति अपनी घृणा व्यक्त को खुले तौर व्यक्त तक चुका है। यूनिफिकेशन चर्च की स्थापना वर्ष 1954 में दक्षिण कोरिया में की गई थी। 80 के दशक के बाद से चर्च पर लगातार कुटिल भर्ती प्रथाओं और ब्रेनवॉशिंग के जरिये अनुयायियों से दान लेने के आरोप लगते रहे हैं।

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