नई दिल्ली, 4 अक्टूबर। दिल्ली शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी (आप) को दूसरा बड़ा झटका लगा, जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के परिसरों पर दिनभर चली छापेमारी के बाद शाम को लगभग पांच बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि संजय सिंह को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया है और उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि संजय सिंह से पहले दिल्ली सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और अरविंद केजरीवाल के दाएं हाथ मनीष सिसोदिया को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। सिसोदिया इस वर्ष फरवरी से ही जेल में बंद हैं। सिसोदिया की जमानत याचिका निचली अदालतों और हाई कोर्ट ने खारिज कर दी है। अब उनकी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही ‘आप’ समर्थकों का संजय सिंह के आवास पर जमावड़ा
इस बीच संजय सिंह की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही उनके आवास के बाहर आम आदमी पार्टी के समर्थक बड़ी संख्या में जुट गए और जोरदार नारेबाजी करने लगे। सांसद को गिरफ्तारी के बाद ईडी दफ्तर ले जाया जाएगा। इसके पूर्व सुबह करीब सात बजे से ही उनके घर पर ईडी की टीम मौजूद थी और करीब 10 घंटे बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
फिलहाल संजय सिंह की गिरफ्तारी को आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। मनीष सिसोदिया के जेल जाने के बाद पार्टी के कामकाज में उनकी भूमिका बहुत अधिक अहम थी। इंडिया गठबंधन में ‘आप’ के शामिल होने की वह अहम कड़ी रहे।
दिनेश अरोड़ा के सरकारी गवाह बनने के बाद हुई संजय सिंह की गिरफ्तारी
ईडी का आरोप है कि संजय सिंह ने विवादित शराब नीति को बनाने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसे अब रद किया जा चुका है। आरोप है कि इस नीति से शराब कारोबारियों को गलत तरीके से फायदा पहुंचाया गया और बदले में रिश्वत ली गई। संजय सिंह की गिरफ्तारी दिनेश अरोड़ा के सरकारी गवाह बनने के बाद की गई है। ईडी का कहना है कि संजय सिंह ने ही दिनेश अरोड़ा को मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल से मिलवाया था। अरोड़ा शराब घोटाले में आरोपित थे और अब सरकारी गवाह बन चुके हैं।