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मलेशिया ओपन बैडमिंटन : सात्विक-चिराग की जोड़ी सेमीफाइनल में, अश्विनी व तनीषा महिला युगल में परास्त

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कुआलालम्पुर, 12 जनवरी। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की विश्व नंबर दो भारतीय जोड़ी ने यहां मलेशिया ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट में अपना अभियान जारी रखते हुए लगातार दूसरे वर्ष सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।

लेकिन 24 घंटे पहले महिला युगल में दो बार की पूर्व विश्व चैम्पियन जापानी जोड़ी मायू मात्सुमोतो और वकाना नागाहारा को हतप्रभ कर सुर्खियां बटोरने वाली तनीषा क्रैस्टो व अश्विनी पोनप्पा की चुनौती क्वार्टर फाइनल में समाप्त हो गई।

सात्विक-चिराग ने चीनी जोड़ी को सीधे गेमों में हराया

हांगझू एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता चिराग व सात्विक ने एक्सियाटा एरेना के कोर्ट नंबर दो पर शानदार तालमेल और नियंत्रण दिखाते हुए विश्व रैंकिंग में 32वें स्थान पर काबिज हे जि तिंग व रेन झियां यू की चीनी जोड़ी को महज 35 मिनट में 21-11, 21-8 से पराजित किया। वर्ष 2023 में छह खिताब जीतने वाले सात्विक व चिराग को चीनी जोड़ी ने पिछले साल चाइना मास्टर्स सेमीफाइनल में कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन यहां भारतीयों की तेज रैली का उसके पास कोई जवाब नहीं था।

अब कोरियाई कांग मिन व सियो सेउंग से होगी मुलाकात

दूसरी सीड भारतीय जोड़ी की फाइनल में प्रवेश के लिए अब छठी सीड कोरियाई कांग मिन ह्युक व सियो सेउंग जे से टक्कर होगी, जिन्होंने दिन के अंतिम मैच में तीसरी वरीयता प्राप्त मलेशियाई आरोन चिया व सोह वूई यिक को चौंकाया और 64 मिनट तक खिंचें संघर्ष के बाद 16-21, 21-18, 21-13 से जीत हासिल की। कोरियाई टीम से पिछली चार मुलाकातों में चिराग-सात्विक का स्कोर 3-1 है।

जापानी टीम से हारीं तनीषा व पोनप्पा

उधर कोर्ट नंबर एक पर अश्विनी पोनप्पा व तनीषा क्रैस्टो को महिला युगल क्वार्टर फाइनल में जापान की रिन इवानागा और की नाकानिशी के हाथों सीधे गेमों में हार का सामना करना पड़ा। विश्व रैंकिंग में 24वें स्थान पर काबिज भारतीय जोड़ी को इवानागा व नाकानिशी ने 39 मिनट में 21-15, 21-13 से शिकस्त दी।

भारतीय जोड़ी की विश्व रैंकिंग में 15वें स्थान पर काबिज जापान टीम के खिलाफ यह दूसरी हार थी। इवानागा व नाकानिशी ने पिछले महीने लखनऊ में सैयद मोदी इंटरनेशनल सुपर 300 के फाइनल में भी अश्विनी और तनीषा को हराया था। तनीषा व अश्विनी पिछले महीने लखनऊ और ओडिशा में दो प्रतियोगिताओं के फाइनल में पहुंचने के अलावा गुवाहाटी मास्टर्स सुपर 100 का खिताब जीतने में सफल रही थीं।

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