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ईडी के समन पर बोले संजय राउत – ‘यह बड़ी साजिश, मैं नहीं अपनाऊंगा गुवाहाटी का रास्ता’

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मुंबई, 27 जून। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कथित धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उन्हें जारी समन को बड़ी साजिश करार देते हुए कहा कि भले उनकी हत्या कर दी जाए, लेकिन वह महाराष्ट्र के बागी विधायकों की तरह गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाएंगे।

धनशोधन मामले में ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया

ईडी ने सोमवार को ही राउत को मुंबई की एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास से जुड़े कथित धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में समन जारी किया। उन्हें पूछताछ के लिए मंगलवार को तलब किया गया है।

यह समन ऐसे वक्त जारी किया गया है, जब शिवसेना अपने ही विधायकों के एक धड़े की बगावत से जूझ रही है। ये विधायक गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। उनकी बगावत से महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार का भविष्य सवालों के घेरे में आ गया है।

फिलहाल राउत ने ट्वीट किया, ‘मुझे अभी-अभी पता चला है कि ईडी ने मुझे नोटिस भेजी है। महाराष्ट्र में बड़े घटनाक्रम हो रहे हैं। हम सभी बालासाहेब के शिवसैनिक हैं। यह साजिश है। भले ही मेरा सिर धड़ से अलग कर दिया जाए, लेकिन मैं गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाऊंगा।’

राउत ने ईडी को उनकी गिरफ्तारी की चुनौती भी दी

शिवसेना प्रवक्ता ने यह ट्वीट मराटी भाषा में किया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेंद्र फडणवीस को इसमें टैग किया। राउत ने ईडी को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी। वहीं, शिवसेना सांसद के विधायक भाई सुनील राउत ने दावा किया कि ईडी का समन उनके भाई को डराने के लिए है क्योंकि वह भाजपा का विरोध कर रहे हैं।

शिवसेना के बागी नेताओं पर हमलावर हैं संजय राउत

स्मरण रहे कि उद्धव ठाकरे परिवार के बेहद करीबी संजय राउत पिछले कई दिनों से लगातार शिवसेना के बागी विधायकों पर तीखे हमले कर रहे हैं। राउत ने इस पूरे सियासी संकट के पीछे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही यह भी कहा है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों का बागी हो जाना ‘ईडी, सीबीआई और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के दबाव’ का परिणाम है।

राउत की पत्नी व 2 सहयोगियों की 11.15 करोड़ की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क

इससे पहले इसी वर्ष अप्रैल की शुरुआत में ईडी ने कुछ भूमि सौदों से जुड़ी धनशोधन जांच के तहत संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। राउत ने उस समय आरोप लगाया था कि यह काररवाई बदला लेने के तहत की गई है और उनके खिलाफ ईडी के दावे विफल हो जाएंगे।