जालंधर, 4 फरवरी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह ‘हनी’ को गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जालंधर से अवैध रेत खनन मामले में दिनभर पूछताछ के बाद भूपिंदर सिंह हनी और एक अन्य को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्त में लिया गया।
गौरतलब है कि यह गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है, जब पंजाब में जारी चुनावी प्रकिया के दौरान कांग्रेस पार्टी सीएम चन्नी को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में सामने लाने की तैयारी कर रही है और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिंह इस रेस में पिछड़ गए हैं। सिद्धू ने इस पर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी है।
पीएमएलए के प्रावधानों के तहत की गई गिरफ्तारी
भूपिंदर सिंह हनी को मोहाली की एक विशेष अदालत में एकाध दिन में पेश किए जाने की संभावना है। ईडी की यह काररवाई 10 करोड़ रुपये से अधिक नगद, 21 लाख रुपये से अधिक मूल्य का सोना और 12 लाख रुपये मूल्य की रोलेक्स घड़ी जब्त करने के लगभग 20 दिन बाद हुई।
निर्धारित क्षेत्र से परे खनन की शिकायत पर मार्च, 2018 में की गई थी काररवाई
ईडी की ओर से प्राथमिकी में उल्लेख किया गया है कि अवैध बालू के संबंध में शहीद भगत सिंह नगर पुलिस स्टेशन में प्राप्त एक शिकायत के आधार पर खनन विभाग, नागरिक प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों की एक टीम ने 7 मार्च, 2018 को औचक निरीक्षण किया। परिणामस्वरूप, यह पाया गया कि विभिन्न मशीनों द्वारा कई खदानों की खुदाई की जा रही थी और खनन निर्धारित क्षेत्र से परे किया जा रहा था।
कार्यालय की मुहर लगी फर्जी तौल पर्ची भी पाई गई थी
छापेमारी टीम ने तदनुसार, कई टिपर और ट्रक, चीनी मिट्टी के बर्तन, मशीन और जेसीबी मशीनों को जांच दल द्वारा कब्जा लिया गया था। जब्त किए गए टिपर और ट्रक भी रेत से भरे हुए पाए गए। कार्यालय की मुहर वाली जब्त की गई तौल पर्ची वास्तव में संबंधित कार्यालय द्वारा जारी नहीं की गई थी और जाली थी।
ईडी ने यह भी सूचित किया था कि मलिकपुर खनन स्थल पर खनन कार्य रोक दिया गया था और टीम द्वारा तौल पर्चियों की स्वीकृति भी रोक दी गई थी। प्राथमिकी के अनुसार मलिकपुर के अलावा, बरसल, लालेवाल, मंडला और खोसा, बुर्जतहल दास में भी अवैध खनन गतिविधियों को अंजाम दिया गया था।
संघीय एजेंसी ने मोहाली, लुधियाना, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब और पठानकोट में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर आरोपित व्यक्तियों और उनके सहयोगियों के व्यावसायिक और आवासीय परिसरों पर दो दिनों तक छापेमारी की थी। 18 और 19 जनवरी को पिंजौर रॉयल्टी कम्पनी के मालिक कुदरतदीप सिंह और उनके सहयोगियों और शेयरधारकों कंवरमहिप सिंह, मनप्रीत सिंह, सुनील कुमार जोशी, जगवीर इंदर सिंह सहित आरोपी व्यक्तियों और उनके सहयोगियों के परिसरों पर छापे मारे।
प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक रणदीप सिंह, भूपिंदर सिंह और संदीप कुमार सहित इसके अन्य निदेशकों और शेयरधारकों के परिसर में भी छापेमारी हुई। जिन जगहों पर तलाशा अभियान चलाया गया, उनमें मोहाली के सेक्टर -70 में स्थित हनीज होमलैंड हाइट्स सोसाइटी का आवास भी शामिल है।