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रोड शो के लिए वाराणसी नहीं पहुंच सकीं प्रियंका गांधी, जिला प्रशासन पर आरोप लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बवाल

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वाराणसी, 5 मार्च। यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचार अभियान के अंतिम दिन शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पूर्व निर्धारित रोड शो के लिए वाराणसी नहीं आ सकीं और कैंट विधानसभा से पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे वाराणसी के पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्र को अकले ही रोड शो निकालना पड़ा।

कांग्रेस महासचिव का हेलीकॉप्टर रामनगर में उतरा ही नहीं

दरअसल, कांग्रेस की यूपी चुनाव प्रभारी प्रियंका गांधी को जखनिया, गाजीपुर की सभा और जौनपुर में रोड शो के साथ ही हेलीकॉप्टर से रामनगर पीएसी ग्राउंड पर उतरना था और वहां से लंका पहुंचना था, जहां से अपराह्न एक बजे उनका रोड शो प्रस्तावित था। लेकिन उनका हेलीकॉप्टर उतरा ही नहीं।

कार्यकर्ताओं का आरोप – जिला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर उतरने की अनुमति नहीं दी

प्रियंका के न आने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा कि जिला प्रशासन ने उनका हेलीकॉप्टर उतरने की इजाजत नहीं दी जबकि जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कम समय के बावजूद हेलीकॉप्टर उतरने की अनुमति दी गई थी, लेकिन वह आईं ही नहीं।

कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्र के अकेले रोड शो के दौरान  रास्ते में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रामक हो गए और जिला प्रशासन पर आरोप लगाने लगे कि भाजपा के इशारे पर डीएम वाराणसी ने प्रियंका गांधी के हेलीकॉप्टर उतरने की अनुमति नहीं दी, जिसके कारण वह राजेश मिश्र के साथ रोड शो में नहीं आ सकीं।

जिलाधिकारी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप नकारा

दूसरी तरफ डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि कांग्रेस द्वारा बेहद कम समय में प्रियंका गांधी के हेलीकॉप्टर को उतरने की इजाजत मांगे जाने बावजूद प्रशासन ने अनुमति दे दी थी और दोपहर एक बजे उनका हेलीकाप्टर रामनगर के पीएसी ग्राउंड पर उतरना था, लेकिन किन्ही कारणों से हेलीकॉप्टर नहीं आया। इसमें यह कहना कि वाराणसी प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी, महज कोरी अफवाह है।

पूर्वाह्न 10 बजे आवेदन आया, फिर भी अनुमति दे दी गई थी

डीएम ने कहा, ‘रामनगर के पीएसी ग्राउंड पर प्रियंका गांधी के हेलीकॉप्टर उतरने का अनुमति पत्र मेरे समक्ष आज ही पूर्वाह्न 10 बजे आया, जिसे न्यूनतम समय में रामनगर के 36वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक से रिपोर्ट प्राप्त करके मध्याह्न 12 बजे कैंट विधानसभा के एआरओ द्वारा ऑनलाइन जारी भी कर दिया गया था।’

प्रचार के दौरान एक भी हेलीकॉप्टर के उतरने की अनुमति निरस्त नहीं की गई

कौशल राज का कहना था कि हेलीकॉप्टर को नियमतः उतरने की अनुमति पत्र 24 घंटे पूर्व की होनी चाहिए। लेकिन जिला प्रशासन ने इस बाध्यता को दरकिनार करते हुए समय पूर्व इजाजत दे दी थी और वाराणसी में पूरे चुनाव प्रचार के दौरान एक भी हेलीकॉप्टर के उतरने की अनुमति को निरस्त नहीं किया गया है।

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