बेंगलुरु, 11 नवंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की सातवीं एवं दूसरी पीढ़ी की पांचवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दक्षिण भारत के लोगों को लोकार्पित की। पीएम मोदी ने बेंगलुरु के कैंपेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का भी उद्घाटन किया।
कर्नाटक के मैसूर से तमिलनाडु के चेन्नई तक चलने वाली इस गाड़ी का श्री मोदी ने केएसआर बेंगलुरु (पूर्व में बेंगलूर सिटी) स्टेशन से हरी झंडी दिखा कर चेन्नई के लिए रवाना किया।
इस तरह से वंदे भारत एक्सप्रेस उस शहर को भी मिल गयी जहां इसे विकसित किया गया है। उद्घाटन अवसर पर बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री के साथ कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और कोयला एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी मौजूद थे। 20608अप/20607 डाउन वंदे भारत एक्सप्रेस बुधवार को छोड़ कर सप्ताह के छह दिन चला करेगी।
शनिवार 12 नवंबर से इसकी नियमित सेवा शुरू होगी। यह गाड़ी 498 किलोमीटर की दूरी करीब साढ़े छह घंटे में तय करेगी। 20607 डाउन गाड़ी एमजीआर चेन्नई सेंट्रल स्टेशन से सुबह पांच बजकर 50 मिनट पर रवाना होगी। यह सात बजकर 21 मिनट पर काटपाडी, दस बजकर 20 मिनट पर बेंगलुरु और 12 बजकर 20 मिनट पर मैसुरु पहुंचेगी। वापसी की दिशा में 20608 अप गाड़ी मैसुरु से अपराह्न एक बज कर पांच मिनट पर रवाना होगी।
यह गाड़ी दोपहर दो बजकर 55 मिनट पर केएसआर बेंगलुरु स्टेशन, पांच बज कर 36 मिनट पर काटपाडी स्टेशन और शाम साढ़े सात बजे एमजीआर चेन्नई पहुंचेगी। सर्वविदित है भारतीय रेलवे की नयी पीढ़ी की वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के नये रैक का 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर परीक्षण किया जा चुका है। नयी आधुनिक बोगी डिजायन के कारण अधिकतम गति पर बिना कोई झटका या कंपन के दौड़ने में सक्षम है।
हालांकि इसे 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति के लिए ही अनुमति प्रदान की गयी है। इस गाड़ी का वजन 392 टन और लागत करीब 107 करोड़ रुपये है। गाड़ी में वायु प्रशीतन (एसी) प्रणाली को भी उन्नत बनाया गया है और अब इसमें एक फोटो कैटलिटिक एयर प्यूरीफायर सिस्टम लगाया गया है जो वातावरण में कोरोना सहित किसी भी वायरस को खत्म कर देता है।