नई दिल्ली, 3 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज जब देश संविधान को अंगीकार किए जाने के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहा है तो ऐसे में उनका जीवन एवं आदर्श कहीं अधिक प्रेरणादायी हो जाते हैं।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘देश के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में भारतीय लोकतंत्र की सशक्त नींव रखने में उन्होंने अमूल्य योगदान दिया।” उन्होंने कहा, “आज जब हम सभी देशवासी संविधान के 75 वर्ष का उत्सव मना रहे हैं, तब उनका जीवन और आदर्श कहीं अधिक प्रेरणादायी हो जाता है।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर लिखा, भारत के संविधान की रचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले, भारत के प्रथम राष्ट्रपति, महान स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष, डॉ राजेंद्र प्रसाद जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। देश के संविधान निर्माण से लेकर भारत को एक सुदृढ़ एवं उन्नत राष्ट्र बनाने में उनके अतुल्य योगदान को सदैव याद किया जाएगा। उनके उच्च विचार व आदर्श मूल्य हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, “महान स्वाधीनता सेनानी, संविधान सभा के अध्यक्ष, देश के प्रथम राष्ट्रपति, ‘भारत रत्न’ डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ दर्शन को चरितार्थ करता उनका आदर्श जीवन हम सभी को सदैव प्रेरित करता रहेगा।”
राजेन्द्र प्रसाद का जन्म तीन दिसंबर, 1884 को बिहार के सिवान ज़िले के जीरादेई में हुआ था। भारत के संविधान को बनाने के लिये जुलाई 1946 में जब संविधान सभा की स्थापना की गई तो उन्हें इसका अध्यक्ष चुना गया। आजादी के ढाई साल बाद 26 जनवरी 1950 को स्वतंत्र भारत का संविधान लागू हुआ था और राजेन्द्र प्रसाद को भारत का पहला राष्ट्रपति चुना गया।