भोपाल, 22 जून। वैक्सिनेशन को लेकर लागू केंद्र सरकार की नई नीति के पहले ही दिन देश में जहां 86.16 लाख डोज के साथ नया विश्व रिकॉर्ड बना वहीं राष्ट्रीय स्तर पर मध्य प्रदेश ने बाजी मार ली, जहां 21 जून को रात्रि 10 बजे तक 16.41 लाख से ज्यादा टीके लगाए गए। एमपी के बाद कर्नाटक दूसरे नंबर पर रहा जबकि उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर रहा।
केंद्र सरकार की तरफ से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में सोमवार को 15,42,632 लोगों को वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज दी गई। कर्नाटक में वैक्सिनेशन की संख्या 10,67,634 रही जबकि उत्तर प्रदेश में 6,74,456 लोगों को डोज दी गई।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कर रखी थी वैक्सिनेशन महाअभियान की तैयारी
एमपी में एक दिन में अधिकतम वैक्सिनेशन की मुख्य वजह यह थी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए पूर्व नियोजित तैयारी कर रखी थी। गत 16 जून को दिल्ली एमपी में में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद उन्होंने एलान किया कि एमपी 21 जून को वैक्सीन महाअभियान चलाया जाएगा। भोपाल लौटने के बाद सीएम शिवराज ने इसकी तैयारी शुरू कर दी। सबसे पहले भोपाल में अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उसके बाद सभी अधिकारियों को ग्राउंड लेवल पर वैक्सीन महाअभियान को लेकर निर्देश दिए गए।
टीकाकरण अभियान को उत्सव का रूप दिया गया
वस्तुतः शिवराज सिंह चौहान ने वैक्सीन महाअभियान को उत्सव का रूप दिया। मंत्री से लेकर संतरी तक की टीम इसे सफल बनाने में जुट गई। साथ ही आम लोगों की सहभागिता भी बढ़ाई गई। शिवराज खुद वैक्सीन अभियान से पहले अपने ट्विटर हैंडल से आम लोगों की अपील शेयर करने लगे। इसका भी बड़ा प्रभाव पड़ा। टीकाकरण केंद्रों को सजाया गया। आकर्षक होनों की वजह से युवाओं का इसकी ओर रुझान बढ़ा।
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान इस अभियान को सफल बनाने के लिए खुद आमजन से मदद मांग रहे थे। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘हमने कोरोना काल में अपनों को खोया है, इसलिए हम सभी का यह प्रयास होना चाहिए कि ऐसा समय दोबारा न आए। सभी लोग वैक्सीन लगवा कर कोरोना संक्रमण से सुरक्षित हों।’
शिवराज की अपील का यह असर हुआ कि धर्म गुरु, समाजसेवी और कारोबारी भी इसे सफल बनाने में आगे आ गए। इंदौर से लेकर भोपाल तक में होटल, रेस्टोरेंट और मॉल टीका लगवाने वाले लोगों को ऑफर देने लगे। इसका फायदा यह हुआ कि इंदौर में लोग जमकर टीकाकरण केंद्रों तक पहुंचे और टीका लगवाया है।
पहले दिन 10 लाख वैक्सिनेशन का लक्ष्य रखा गया था
वैक्सीन महाअभियान के तहत एक दिन में 10 लाख से अधिक टीका लगवाने का लक्ष्य रखा गया था। टीका लगवाने के लिए मंत्री अपने क्षेत्रों में जाकर लोगों से अपील कर रहे थे कि टीका लगवाए। साथ ही उनका भ्रम दूर कर रहे थे। इसके अलावा अधिकारियों ने गांवों का रुख किया, जहां कई तरह की अफवाहें थीं। अधिकारियों ने गांव-गांव में जाकर लोगों को समझाया कि टीका लगवाना क्यों जरूरी है।
विपक्ष का भी टीकाकरण महाअभियान में सहयोग रहा
इस महाअभियान में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने विरोधियों का भी साथ लिया। पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी लोगों से टीका लगवाने के लिए अपील की। इसके साथ ही पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने भी सरकार का साथ दिया था। सभी की भागीदारी से सीएम शिवराज सिंह चौहान इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाने में सफल रहे।