हैदराबाद, 22 अगस्त। भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पृथक राज्य के लिए चलाए गए आंदोलन के समय ‘जल, धन और रोजगार’ सुनिश्चित करने का नारा दिया था लेकिन तेलंगाना बनने के बाद उन्होंने राज्य के लोगों को धोखा दिया है।
जावड़ेकर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आंदोलन के दौरान तेलंगाना राज्य बनाने का सपना दिखाकर ‘नीलू, निधुलु, नियमाकालु’ (जल, धन और रोजगार) का नारा दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि यह वास्तव में ‘‘भ्रष्टाचार, पारिवारिक शासन और तेलंगाना के साथ विश्वासघात’’ बन गया है।
भाजपा की तेलंगाना इकाई के प्रभारी जावड़ेकर ने कहा कि कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना के कारण 18 लाख एकड़ के वादे के विपरीत केवल एक लाख एकड़ क्षेत्र में ही सिंचाई सुविधाएं प्राप्त हुईं। उन्होंने कहा कि परियोजना के खर्च में भी भारी वृद्धि देखी गई, जबकि जितना पानी देने का वादा किया गया था वह भी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह लूट के अलावा कुछ नहीं है।
जावड़ेकर ने दावा किया कि गठन के समय तेलंगाना पर लगभग 360 करोड़ रुपये का अधिशेष था, लेकिन सरकारी ऋण और अन्य ऋणों के लिए दी गई गारंटी सहित यह बोझ अब बढ़कर पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह विश्वासघात के अलावा और कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि नौकरियों के संबंध में शिक्षकों और प्रोफेसर की कोई भर्ती नहीं हुई है, जबकि तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक हो गए।
उन्होंने कहा कि बेरोजगारी भत्ता देने का जो वादा किया गया था, उसे लागू नहीं किया गया है। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्यों को ‘‘राजनीतिक रोजगार’’ मिल गया है। राव ने जावड़ेकर की इस टिप्पणी को गलत बताया।