मुंबई, 23 फरवरी। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत ने महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता नवाब मलिक को बुधवार की शाम आठ दिनों के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड पर भेज दिया। मलिक अब तीन मार्च तक ईडी की रिमांड पर रहेंगे।
ईडी ने एनसीपी नेता को दिन में किया था गिरफ्तार
ईडी ने आज ही दिन में नवाब मलिक को भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले की जांच के सिलसिले में लगभग पांच घंटे तक चली पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था।
कोर्ट से ईडी ने 14 दिनों की रिमांड मागी थी
गिरफ्तारी के बाद एनसीपी नेता की जेजे हॉस्पिटल में मेडिकल जांच कराई गई और फिर पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के दौरान ईडी ने कोर्ट से आरोपित मलिक की रिमांड के लिए 14 दिनों की हिरासत मांगी। लेकिन कोर्ट ने आठ दिनों की रिमांड की मंजूरी दी।
मलिक का ट्वीट – ‘तुम्हारा तो सिर्फ वक्त है, हमारा दौर आएगा!!‘
इस बीच गिरफ्तारी के बाद मंत्री नवाब मलिक की ओर से ट्विटर पर लिखा गया, ‘न डरेंगे और न झुकेंगे। 2024 के लिए तैयार रहिए।’ कुछ देर बाद एक और ट्वीट किया गया, ‘कुछ ही देर की खामोशी है फिर शोर आएगा… तुम्हारा तो सिर्फ वक्त है, हमारा दौर आएगा!!’
शरद पवार के घर बैठक – नवाब मलिक का इस्तीफा न लेने का फैसला
उधर महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के मंत्रियों – अजीत पवार, छगन भुजबल, हसन मुशरिफ, दिलीप पाटिल और राजेश टोपे की एनसीपी अध्यक्षव शरद पवार के घर आगे की रणनीति पर बैठक हुई। इसमें राकांपा ने नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेने का फैसला किया है। शरद पवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गय, ‘हम बीजेपी के आगे नहीं झुकेंगे।’
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने शरद पवार से की बात
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी नवाब मलिक की गिरफ्तारी को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार से फोन पर बातचीत की। उन्होंने नवाब मसले पर विपक्षी एकजुटता की बात कही है। ममता बनर्जी ने कहा कि जिस तरह से ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं के खिलाफ किया जाता है, उसके खिलाफ एक मजबूत संयुक्त एकजुटता जरूरी है। ममता ने भी सुझाव दिया था कि एनसीपी को नवाब का इस्तीफा नहीं लेना चाहिए।