नई दिल्ली, 24 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि नए भारत की परिकल्पना केवल देश के लिए ही नहीं है बल्कि यह बलिदान, प्रेम, संवेदना, प्रतिभा, साहस, पराक्रम और शांति का मिश्रण है। दीपावली के दिन करगिल में सशस्त्र बलों के साथ बातचीच में उन्होंने कहा कि विश्वभर में कई सभ्यताएं विकसित हुई हैं और उनका अंत भी हुआ है, लेकिन भारतीय सभ्यता हर सम्भव चुनौतियों के बाद हमेशा पुनर्जीवित हुई है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र तब अजर-अमर हो जाता है, जब उस देश के वीर सैनिकों का स्वयं में विश्वास होता है।
दिवाली का मतलब है आतंक के अंत का त्योहार और करगिल ने इसे सम्भव बनाया
पीएम मोदी ने देशभक्ति को देवभक्ति के समान बताते हुए देश के सशस्त्र बलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि वे करगिल की विजय भूमि से विश्व और देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दे रहे हैं। दिवाली का मतलब है आतंक के अंत का त्योहार और करगिल ने इसे सम्भव बनाया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने करगिल में दिवाली के अवसर पर आतंक के अस्तित्व को नेस्तनाबूद कर दिया था। उन्होंने सेना की अतुल्य वीरता की सराहना की और कहा कि राष्ट्र को तब गर्व होता है जब उसके सैनिकों का मस्तक हिमालय की तरह ऊंचा होता है।
विश्व आज भारत की बढ़ती शक्ति और ताकत की ओर देख रहा
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व आज भारत की बढ़ती शक्ति और ताकत की ओर देख रहा है। साम्राज्यवाद से एक कदम आगे हटना नौसेना का एक नया प्रतीक बन गया है। नौसेना का प्रतीक अब छत्रपति शिवाजी की बहादुरी का प्रतीक बन गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्र उपनिवेशवाद की जंजीरों को तोड़ रहा है और राजपथ का नाम कर्तव्य पथ करना इस संकल्प का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा से ही युद्ध को अंतिम विकल्प माना है और विश्व में शांति का प्रचार किया है। यदि कोई भारत की तरफ बुरी नजरों से देखने की हिम्तत करेगा तो देश के तीनों सशस्त्र बल उसका करारा जवाब देंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रह्मोस सुपर सोनिक मिसाइल से लेकर, तेज़स लड़ाकू जेट विमान तक भारत की नई शक्ति के कुछ उदाहरण हैं। स्वदेशी प्रौद्योगिकी देश की रक्षा कर रही है और समुद्र में आई.एन.एस. विक्रांत, गहरे समुद्र में अरिहंत और आसमान में तेजस सुरक्षा कार्यों में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ भारत आयात कम रहा है जबकि दूसरी तरफ वोकल फॉर लोकल आगे बढ़ रहा है। वास्तव में भारतीयों के स्वभाव में यह एक नई जागृति हुई है।
आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लेने के लिए सशस्त्र बलों का अभिनन्दन
पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लेने के लिए सशस्त्र बलों का अभिनन्दन किया। उन्होंने कहा कि जब जवान स्वदेशी हथियारों से लड़ते हैं, तो उन्हें केवल गर्व ही नहीं महसूस होता, बल्कि उन्हें दुश्मनों को हराने का एक नया अनुभव मिलता है।
उन्होंने कहा कि नए भारत के विकास के लिए महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन के रूप में शामिल करना महत्वपूर्ण है और यह देश के सशस्त्र बलों के लिए वरदान साबित हो रहा है। सीमा क्षेत्र में असीम सम्पर्क स्थापित करने के लिए उच्च प्रौद्योगिकी युक्त सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। पिछले आठ वर्ष में सरकार ने सशस्त्र बलों में सुधार लागू करने पर काम किया है।
आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लेने के लिए सशस्त्र बलों का अभिनन्दन
प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लेने के लिए सशस्त्र बलों का अभिनन्दन है। गांव में ब्रॉड बैंड कनेक्टिविटी से लेकर गांव में अस्सी हजार स्टार्टअप और इसरो द्वारा उपग्रह छोड़ने तक भारत हर क्षेत्र में उपलब्धि हासिल कर रहा है। सभी सैनिकों को इस बात पर गर्व करना चाहिए कि भारत पिछले आठ वर्षों में विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।