जोहानेसबर्ग, 23 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यहां 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के खुले पूर्ण सत्र में कहा कि ब्रिक्स को भविष्य के लिए तैयार करना होगा। भारत ब्रिक्स के विस्तार का पूरा समर्थन करता है और हम इस पर आम सहमति के साथ आगे बढ़ने का स्वागत करते हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘लगभग दो दशकों में ब्रिक्स ने एक लंबी और शानदार यात्रा तय की है। इस यात्रा में हमने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। हमारा न्यू डेवलपमेंट बैंक ग्लोबल साउथ के देशों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में वैश्विक दक्षिण के देशों को ब्रिक्स में विशेष महत्व दिया गया है। हम इसका स्वागत करते हैं। भारत ने भी जी-20 की अध्यक्षता में इस विषय को महत्व दिया है।’
अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर दिया सुझाव
पीएम मोदी ने सुझाव देते हुए कहा, ‘ब्रिक्स देशों के आम नागरिकों के जीवन में हम बदलाव ला रहे हैं। इसके लिए यूथ समिट, ब्रिक्स गेम्स और थिंक टैंक काउंसिल के जरिए पीपुल टू पीपुल्स टाइस मजबूत कर रहे हैं। हमें अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके अलावा शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी में सहयोग बढ़ाना होगा। रेलवे अनुसंधान नेटवर्क, एमएसएमई, स्टार्ट-अप के बीच सहयोग के क्षेत्रों में भारत के सुझाये गए उपायों पर महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।’
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति रामाफोसा ने मिशन चंद्रयान-3 को लेकर बधाई दी
दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा, ‘मैं भारत को बधाई देना चाहता हूं, खासकर जब आप अंतरिक्ष में सहयोग की आवश्यकता के बारे में बोलते हैं तो कुछ ही घंटों में भारत का अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरेगा। हम आपको बधाई देते हैं। ब्रिक्स परिवार के रूप में यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है और हम आपके साथ खुश हैं। हम इस महान उपलब्धि की खुशी में आपके साथ हैं।’
ब्रिक्स समूह में भारत के अलावा, दक्षिण अफ्रीका, चीन, रूस और ब्राजील हैं। इस सम्मेलन में भागीदारी के लिए पीएम मोदी के अलावा ब्राजीली राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी पहुंचे हैं। लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन इस बैठक में शामिल नहीं हुए। उनकी ओर से रूसी विदेश मंत्री पहुंचे हैं।