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कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में इकलौते बचे ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह का निधन

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बेंगलुरु, 15 दिसंबर। तमिलनाडु के कुन्‍नूर में हेलीकॉप्‍टर हादसे में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्‍टन वरुण सिंह का बुधवार को यहां वायुसेना के कमांड अस्पताल में निधन हो गया। 45 फीसदी तक झुलसे कैप्टन वरुण सिंह को वेलिंग्टन अस्पताल से यहां लाकर लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था और आठ दिनों तक जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई लड़ने के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली।

गौरतलब है कि गत आठ दिसंबर को कुन्‍नूर में जब Mi-17 V5 हेलीकॉप्‍टर दुर्घटनाग्रस्‍त हुआ था, तो उस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्‍नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। सिर्फ वरुण सिंह ही तब जिंदा बच सके थे।

वरुण सिंह की हालत लगातार नाजुक और स्थिर बनी रही और उनका शुरुआती इलाज वेलिंग्टन में मौजूद मिलिट्री अस्‍पताल में हुआ था। बेहतर इलाज के लिए नौ दिसंबर को उन्हें वेलिंग्टन से यहां कमांड हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया था। यहां भी उनकी हालत लगातार नाजुक बनी हुई थी। उन्हें कई चोटें भी लगीं थीं।

भारतीय वायुसेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में जानकारी साझा की और उनके निधन पर परिजनों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा,  कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी,  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहित अन्य नेताओं ने भी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

वरुण सिंह को इसी वर्ष शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था

अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट रहे वरुण सिंह ने एक हवाई इमरजेंसी के दौरान तेजस लड़ाकू विमान को बचाया था, जिसके बाद इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर पर उन्हें शौर्य चक्र सम्‍मान से नवाजा गया था। कांग्रेस नेता और प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे। डीएसएससी में पदस्थ होने के कारण उनका पूरा परिवार तमिलनाडु में रहता है।

 

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