श्रीनगर, 1 नवम्बर। नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में प्राधिकारियों ने उन्हें करगिल जाने से रोकने की कोशिश की।
उमर ने सोमवार को द्रास में अपने समर्थकों की सभा में कहा, ‘उन्होंने मुझे यहां नहीं आने को कहा। वहां (पूर्वी लद्दाख में) चीन आ गया है, आप उन्हें रोक नहीं सके, आप उन्हें वापस नहीं भेज सके। हम केवल श्रीनगर से द्रास के जरिए करगिल जा रहे हैं। हम यहां शहर पर कब्जा जमाने नहीं आए हैं।’
सरकार को अपने फैसले पर ही भरोसा नहीं
अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि उन्हें द्रास में सार्वजनिक संबोधन प्रणाली का इस्तेमाल करने और ‘डाक बंगला’ सुविधा का लाभ उठाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा, ‘मैं छह साल जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री रहा हूं, लेकिन उनके कुछ फैसले मेरी समझ में नहीं आते। सरकार को अपने फैसले पर ही भरोसा नहीं है।’
एनसी नेता ने कहा कि उन्होंने कहा, ‘उन्होंने अगस्त, 2019 में आपको (लद्दाख को) जम्मू-कश्मीर से अलग कर दिया। यदि यह आपकी दिली मांग थी, तो वे हमें प्रवेश करने की अनुमति देने से क्यों डरते हैं?’