लखनऊ, 29 फरवरी। आगामी लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के दो मजबूत खम्भे यानी राहुल गांधी और अखिलेश यादव अन्य दलों को सहेजने में लगे हुए हैं। इसी क्रम में पिछले दिनों कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच 80 लोकसभा सीटों पर समझौता हुआ। इसमें 17 सीट कांग्रेस और 63 सीट समाजवादी पार्टी को मिली है। अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) ने सपा से पांच सीटों की मांग कर दी है।
एआईएमआईएम ने नगीना, आजमगढ़, मुरादाबाद, संभल और आंवला लोकसभा सीटों पर गठबंधन के तहत दावेदारी कर दी है। इसके साथ ही पार्टी ने यह भी साफ कर दिया है कि यदि उत्तर प्रदेश में पांच लोकसभा सीटें नहीं दी गई तो फिर वह अकेले चुनावी मैदान में उतरेगी।
एआईएमआईएम प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने मीडिया से बातचीत के दौरान पांच सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही है। उन्होंने कहा, ‘यदि एसपी की ओर से पांच सीटें नहीं दी गई तो हम 25 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। इसके बाद अगर मतों का बिखराव होगा तो उसकी जिम्मेदारी सपा की होगी।’
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि गठबंधन के तहत सीटें मिलने पर नगीना से दलित नेता पवन अंबेडकर और आजमगढ़ सीट से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली चुनाव लड़ेंगे। मुरादाबाद, संभल और आंवला सीट पर बाद में उम्मीदवार तय किया जाएगा।
गौरतलब है कि यूपी चुनाव 2022 के दौरान एआईएमआईएम ने अखिलेश यादव के माय (मुस्लिम + यादव) समीकरण को गहरी चोट दी थी। करीब दर्जनभर विधानसभा सीटों पर पार्टी ने समाजवादी पार्टी की हार तय कर दी थी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि असदुद्दीन ओवैसी की मांग पर अखिलेश का क्या रुख रहता है, जिन्हें जयंत चौधरी के राष्ट्रीय लोक दल से पहले ही चोट लग चुकी है।