राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कई जगहों पर छापेमारी की। एनआईए के अधिकारियों ने सोमवार सुबह नेल्लोर शहर के उस्मान साहेब पेटा में जिला नागरिक अधिकार संघ के नेता एलंकी वेंकटेश्वरलू के घर की तलाशी ली। वेंकटेश्वरलू पिछले कुछ दशकों से नागरिक अधिकार आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। वेंकटेश्वरलू पर आरोप है कि उनके माओवादियों से संबंध हैं। एनआईए की जांच में ये बात भी सामने आई कि वेंकटेश्वरलू ने माओवादियों को शरण दी है।
एनआईए ने सोमवार को अनंतपुर जिले के सिंगनमाला मंडल के बिंदेला कॉलोनी में सरकारी शिक्षक श्रीरामुलु के घर पर भी छापा मारा। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने हैदराबाद में वकील डी. सुरेश कुमार के घर की भी तलाशी ली। 30 सालों से सुरेश मानवाधिकार संगठन के लिए काम कर रहे हैं।
“वकील सुरेश 30 साल से एक मानवाधिकार संगठन में काम कर रहे हैं। जब भी गरीबों पर अन्याय होता है तो वो पुलिस के खिलाफ लड़ते हैं। वो फिलहाल चेरुकुरी राजकुमार मुठभेड़ मामले में पुलिस के खिलाफ हाई कोर्ट में लड़ रहे हैं। इस छापेमारी से एनआईए सुरेश को डराने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है। वो हमेशा गरीबों के न्याय के लिए लड़ते हैं।”