नई दिल्ली, 15 दिसम्बर। भारत ने परमाणु क्षमता से लैस अग्नि-V बैलिस्टिक मिसाइल का गुरुवार को सफल रात्रि परीक्षण किया। रक्षा सूत्रों ने इस परीक्षण के बारे में जानकारी दी। इस मिसाइल में तीन स्टेज में संचालित होने वाला सॉलिड फ्यूल इंजन लगाया गया है। यह मिसाइल पांच हजार किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक सटीक मार करने की क्षमता रखती है।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि भारत ने आज अग्नि वी परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का रात्रि परीक्षण सफलतापूर्वक किया। मिसाइल पर नई तकनीकों और उपकरणों को मान्य करने के लिए परीक्षण किया गया था, जो अब पहले से हल्का है। परीक्षण ने आवश्यकता पड़ने पर अग्नि-V मिसाइल की रेंज बढ़ाने की क्षमता साबित कर दी है।
-So it is confirmed, what makes #China so jittery
–#India is conducting test of 8000 km range Agni-V ballistic missile off the coast of Odisha from 15-16 December #DRDO pic.twitter.com/dVauV4iIaJ— Insightful Geopolitics (@InsightGL) December 7, 2022
परीक्षण के लिए बंगाल की खाड़ी को घोषित किया गया था नो-फ्लाई जोन
सरकार ने लगातार यह कहा है कि अग्नि-V परीक्षण की सफलता भारत के ‘विश्वसनीय न्यूनतम निवारक’ होने के घोषित लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए है, जो ‘नो फर्स्ट यूज’ की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। सूत्रों के अनुसार, परीक्षण से पहले, अधिकारियों ने एक अधिसूचना जारी की थी और बंगाल की खाड़ी को नो-फ्लाई जोन घोषित कर दिया था।
अग्नि V भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित एक परमाणु सक्षम अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है। यह पूर्ण पेलोड के साथ 5,000 से 5,500 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदने में सक्षम है, यानी 1.5 टन, बहुत अधिक सटीकता के साथ। यह असाधारण मैक 24 गति तक पहुंच सकता है जो 29,401 किमी/घंटा है।
पिछले वर्ष इसी समय किया गया था अग्नि-पी का दूसरा परीक्षण
गौरतलब है कि पिछले साल लगभग इसी समय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-पी का दूसरा उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया था। परीक्षण अग्नि भी ओडिशा के तट पर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से आयोजित की गई थी।
अग्नि-VI पर भी काम चल रहा, 10 हजार किमी तक होगी मारक क्षमता
पिछले दो दशकों में भारत ने अग्नि-I, अग्नि-II, अग्नि-III, अग्नि-IV और अग्नि-V मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है। विशेष रूप से, भारत अग्नि-VI पर भी काम कर रहा है, जो पनडुब्बियों के साथ-साथ जमीन से भी लॉन्च करने में सक्षम होगा और इसकी स्ट्राइक रेंज 8,000 से 10,000 किलोमीटर होगी।