Site icon hindi.revoi.in

श्रीनगर एयर बेस पर तैनात मिग-29 लड़ाकू विमान तैनात, आधुनिक मिसाइलों और नाइट विजन से लैस है अपग्रेडेड वर्जन

Social Share

श्रीनगर, 16 अगस्त। भारतीय वायुसेना ने एक बड़ा रणनीतिक कदम उठाते हुए श्रीनगर एयर बेस पर मिग-29 लड़ाकू जेट विमानों का एक स्क्वाड्रन तैनात किया है। श्रीनगर एयर बेस पाकिस्तान के बेहद नजदीक है और इसे  ‘उत्तर के रक्षक’ के रूप में जाना जाता है। पहले इस बेस पर मिग-21 विमान तैनात थे। फरवरी, 2019 में बालाकोट में जैश के ट्रेनिंग कैंप पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही इस बेस को उन्नत विमानों से लैस करने की योजना बनाई जा रही थी।

पहले इस बेस पर मिग-21 विमान तैनात थे

श्रीनगर एयर बेस को ट्राइडेंट्स स्क्वाड्रन कहते हैं। अब यहां तैनात मिग-21 स्क्वाड्रन को उन्नत मिग-29 से बदल दिया गया है। बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के समय विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान इसी बेस से मिग-21 लेकर उड़े थे। पाकिस्तान की तरफ से आने वाले किसी खतरे से निबटने के लिए श्रीनगर एयर बेस ही पहली सुरक्षा पक्ति है। बालाकोट में जैश के ट्रेनिंग कैंप पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद एयरबेस को हाई अलर्ट पर रखा गया था। अब मिग-29, पाकिस्तान द्वारा हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के किसी भी प्रयास का जवाब देने वाला पहला विमान होगा।

श्रीनगर में तैनात किए गए मिग-29 अपग्रेड किए गए हैं और मॉर्डन फीचर्स से लैस हैं। इनमें लंबी दूरी की एयर-टु-एयर मिसाइलें, नाइट विजन, एयर-टु-एयर रिफ्यूलिंग समेत कई नए फीचर्स जोड़े गए हैं। इसके अलावा अपग्रेड किए गए मिग-29 को रात में नाइट विजन गॉगल्स की मदद से उड़ाया जा सकता है। ये आसमान में दूसरे एयरक्राफ्ट से फ्यूल ले सकता है, जिससे यह लंबी दूरी तक उड़ान भर सकता है।

गौरतलब है कि वायुसेना के मिग-21 विमान बेहद पुराने हो चुके थे और इनके लगातार दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण भारतीय वायुसेना परेशान भी थी। 1960 के दशक की शुरुआत में वायुसेना में शामिल किए गए जाने के बाद अब तक 400 मिग-21 विमान हादसे का शिकार हो चुके हैं।

मिग-21 को अपने बेड़े से पूरी तरह हटाने पर विचार कर रही वायुसेना

वस्तुतः वायुसेना मिग-21 को अपने बेड़े से पूरी तरह हटाने पर विचार कर रही है। इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने पिछले साल फरवरी में 83 तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ रुपए 48,000 करोड़ का सौदा किया है। मिग-21 के सभी स्क्वाड्रन को तेजस से बदला जाएगा। इसके अलावा वायुसेना 114 मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट खरीदने पर भी विचार कर रही है।

Exit mobile version