कोलकाता, 23 जुलाई। पश्चिम बंगाल के कैबिनेट मंत्री पार्थ चटर्जी को स्थानीय अदालत ने दो दिनों के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कस्टडी में भेजा दिया है। इस बीच उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें कोलकाता में ईडी की हिरासत में ही एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया।
पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता के आवास से बरामद की गई थी 20 करोड़ की नकदी
उल्लेखनीय है कि ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में जांच पड़ताल के तहत शुक्रवार को मौजूदा उद्योग व वाणिद्य मंत्री पार्थ चटर्जी की एक कराबी अर्पिता मुखर्जी के आवास पर छापेमारी में करीब 20 करोड़ रुपये की बड़ी नकदी बरामद की थी।
पार्थ और अर्पिता की दिन में हुई थी गिरफ्तारी
शिक्षा भर्ती घोटाले से संबंधित लोगों के अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी के अलावा ईडी की टीम ने तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से भी दिनभर पूछताछ की थी और आज पूर्वाह्न पार्थ और अर्पिता, दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।
एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती, सोमवार को विशेष अदालत में पेशी होगी
प्राप्त जानकारी के अनुसार पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में मजिस्ट्रेट नीलम शशि कुजूर ने कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में सुनवाई की। हालांकि, पार्थ को मजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं किया गया। मजिस्ट्रेट ने कहा कि चूंकि यह एक विशेष मामला है, यह इस अदालत के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। इसके बाद कोर्ट ने पार्थ को दो दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया। हालांकि उनकी तबीयत नासाज हो गई, लिहाजा उन्हें ED की हिरासत में ही एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया। अब उन्हें सोमवार को पूर्वाह्न 10.30 बजे विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
पार्थ के वकील ने कहा – मेरे मुवक्किल के आवास से कोई पैसा बरामद नहीं हुआ
इस बीच पार्थ चटर्जी के वकील ने कहा, ‘मेरे मुवक्किल के आवास से कोई पैसा बरामद नहीं हुआ और न ही उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कोई विशेष अनुमति ली गई क्योंकि वह एक लोक सेवक हैं। प्राथमिक अपराधों में जब भी बुलाया गया, वह पेश हुए, लेकिन इस बार समन नहीं आया।’
ममता सरकार पर भाजपा हमलावर
फिलहाल कैबिनेट मिनिस्टर की गिरफ्तारी के बाद भारतीय जनता पार्टी ममता सरकार पर हमलावर हो गई है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ममता बनर्जी भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ रही हैं। ‘टीएमसी’ का मतलब ‘भ्रष्टाचार का पहाड़’ है। उनकी पार्टी और उनकी सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। उनके मंत्रियों को भ्रष्टाचार में लिप्त होने की पूरी छूट है।
मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा – विसंगति या कदाचार बर्दाश्त नहीं करेगी टीएमसी
वहीं पश्चिम बंगाल के मंत्री और टीएमसी के वरिष्ठ नेता फिरहाद हकीम ने कहा है पार्टी ने स्थिति पर बारीक निगाह रखी है और इस मामले में अदालत के फैसले के अनुसार कोई काररवाई करेगी। फिरहाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हम स्थिति देख रहे हैं और हमें न्यायपालिका में विश्वास है। टीएमसी पार्टी या सरकार में किसी भी विसंगति या कदाचार
भाजपा पर ईडी को संचालित करने का आरोप
हालांकि फिरहाद हकीम ने साथ ही भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि आज के हालात में ऐसा लग रहा है कि ईडी को बीजेपी चला रही है। ईडी के कोई बयान देने से पहले ही अगर शुभेंदु अधिकारी कह रहे हैं कि भविष्य में बहुत कुछ मिलने वाला है तो इसका मतलब है कि ईडी राजनीतिक रूप से भाजपा से प्रभावित है।