कोलकाता, 23 जुलाई। ईडी ने ममता बनर्जी के मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षक भर्ती मामले को लेकर छापेमारी और पूछताछ के बाद चटर्जी को गिरफ्तार किया गया है। उनके करीबियों से ईडी ने करोड़ों रुपये कैश और सोना बरामद किया है। शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों समेत करीब एक दर्जन लोगों के घरों पर शुक्रवार को एक साथ छापेमारी की थी।
बता दें कि ईडी के अधिकारी शुक्रवार सुबह पार्थ चटर्जी के घर पहुंचे थे और उनसे एसएससी घोटाले की जांच के सिलसिले में पूछताछ की थी। कलकत्ता उच्च न्यायालय की एक पीठ ने सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। ईडी सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के लिए शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती में कथित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है।
- क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला?
पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्रियों के खिलाफ हो रही ये पूरी कार्रवाई शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़ी है। ये भर्ती प्रक्रिया साल 2016 में शुरू हुई थी। जिसमें आरोप लगाया गया कि फर्जी तरीके से भर्ती कराने के लिए ओएमआर शीट में हेरफेर किया गया। इसमें लाखों रुपये घूस लेकर फेल उम्मीदवारों को पास कराया गया। आरोप है कि इस मामले में सीधे शिक्षा मंत्री शामिल थे। बताया जा रहा है कि इसमें कई लोग शामिल थे, जिनकी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है।
- अर्पिता मुखर्जी कौन हैं और TMC से उनका क्या नाता है?
1. ED ने बताया है कि अर्पिता मुखर्जी पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की क्लोज एसोसिएट हैं।
2. सुवेंद्र अधिकारी ने जो तस्वीरें शेयर की हैं, उनसे साफ पता चलता है कि दक्षिण कोलकाता की मशहूर दुर्गा पूजा से अर्पिता मुखर्जी का लगाव है। बताया जाता है कि दुर्जा पूजा कमेटी के विज्ञापनों में अर्पिता मुखर्जी का चेहरा आगे रहा है।
3. रिपोर्ट के मुताबिक, अर्पिता मुखर्जी कुछ बंगाली, ओड़िया और तमिल फिल्मों में काम भी कर चुकी हैं।
4. ऐसा माना जा रहा है कि दुर्जा पूजा कमेटी के जरिए ही पार्थ से अर्पिता की मुलाकात हुई।
5. वहीं, TMC ने इससे साफ इनकार कर दिया है कि अर्पिता मुखर्जी का पार्टी से कोई लेना देना है।