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ममता बनर्जी की हुंकार – ‘जब भाजपा सरकार हटेगी, तब इस वक्फ बिल को कर देंगे रद’

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कोलकाता, 3 अप्रैल। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा में पास हुए वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ गुरुवार को हुंकार भऱते हुए कहा कि जब भाजपा की सरकार हटेगी, तब इस वक्फ बिल को रद कर देंगे। तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ने साथ ही भाजपा पर वक्फ बिल के जरिए देश को बांटने का आरोप लगाया।

भाजपा पर वक्फ बिल के जरिए देश को बांटने का आरोप लगाया

ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, ‘भाजपा ने देश को बांटने के लिए वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश किया है। जब भाजपानीत सरकार हटेगी और नई सरकार बनेगी तो (इस) वक्फ विधेयक को रद करने के लिए संशोधन लाया जाएगा।’

वक्फ संपत्ति मुस्लिम समुदाय की सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान

उल्लेखनीय है कि बुधवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस ने विधेयक के खिलाफ वोट किया। तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को राज्यों के अधिकारों पर अतिक्रमण करने वाला बताते हुए दावा किया कि संसद को इस संबंध में कानून पारित करने का कोई अधिकार नहीं है। विधेयक पर सदन में हुई चर्चा में भाग लेते हुए बनर्जी ने कहा कि मुसलमानों को अपनी संपत्ति का अधिकार है और वक्फ संपत्ति मुस्लिम समुदाय की सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान है।

सिर्फ राज्यों को ऐसे कानून पारित करने का अधिकार – कल्याण बनर्जी

कल्याण बनर्जी ने विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि ऐसे कानून पारित करने का अधिकार केवल राज्यों का है और यह विधेयक पूरी तरह असंवैधानिक है। तृणमूल कांग्रेस सांसद ने कहा कि संवैधानिक प्रावधान संसद को ऐसे विधेयक लाने का अधिकार नहीं देते। उन्होंने कहा कि इस तरह से संसद के माध्यम से राज्य विधायिका के अधिकारों का अतिक्रमण नहीं किया जा सकता। बनर्जी ने यह भी कहा कि प्रस्तावित विधेयक कानून के उन भलीभांति स्थापित सिद्धांतों को खारिज करता है जिन्हें उच्चतम न्यायालय और अन्य न्यायालयों ने विभिन्न मामलों में निर्धारित किया है।

गौरतलब है कि मोदी सरकार ने वक्फ बिल लोकसभा में पास करा लिया है। लोकसभा में बुधवार को इसे केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पेश किया था, जिसपर 12 घंटे तक चर्चा हुई। तत्पश्चात मध्यरात्रि बाद लगभग दो बजे हुई वोटिंग में विधेयक 232 के मुकाबले 288 मतों से पास हो गया। अब सरकार गुरुवार को राज्यसभा में बिल लेकर आई है, जहां अंतिम समाचार मिलने तक चर्चा जारी थी।

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