Site icon hindi.revoi.in

महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने फिर दिया विवादित बयान – EVM मतलब एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला’

Social Share
FacebookXLinkedinInstagramTelegramWhatsapp

मुंबई, 10 जनवरी। महाराष्ट्र के मत्स्य पालन और बंदरगाह मंत्री नितेश राणे ने अपनी नई भड़काऊ टिप्पणी से फिर विवाद खड़ा कर दिया है। इस बार उन्होंने ‘ईवीएम’ की व्याख्या ‘एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला’ (हर वोट मुल्ला के खिलाफ) के रूप में की है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नितेश राणे ने सांगली में एक हिन्दू गर्जना सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘हां, हम ईवीएम के विधायक हैं, लेकिन ईवीएम का मतलब है एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला।’ ईवीएम के बारे में विपक्ष के दावों को संबोधित करते हुए राणे ने दावा किया कि महाराष्ट्र में विपक्षी दल इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के बारे में चिंता जता रहे हैं क्योंकि वे इस तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि हिन्दू समुदाय ने एकजुट होकर मतदान किया है।

देखा जाए तो राणे अपने विवादित बयानों से अकसर सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में उन्होंने केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताया था और दावा किया था कि केरल में ‘आतंकवादी’ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को वोट देते हैं।

फिलहाल नितेश राणे की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आह्वाण ने भाजपा की कटु आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘नीतेश राणे ने संविधान की शपथ ली है। कुछ लोगों को केवल हिन्दू-मुस्लिम विभाजन पैदा करने के लिए रखा जाता है।

केरल को ‘मिनी पाकिस्तानका बताने के बाद सफाई पेश कर चुके हैं राणे

केरल पर अपनी टिप्पणी के लिए आलोचनाओं का सामना करने के बाद राणे ने स्पष्ट किया कि केरल वास्तव में भारत का हिस्सा है और वह केरल की स्थिति की तुलना पाकिस्तान से कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘केरल भारत का अभिन्न अंग है। हालांकि, हिंदुओं की घटती आबादी ऐसी चीज है, जिसकी चिंता सभी को करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘हिन्दुओं का मुस्लिम और ईसाई (इस्लाम और ईसाई) में धर्मांतरण वहां रोजमर्रा की बात हो गई है। हिन्दू महिलाओं को निशाना बनाने वाले लव जिहाद के मामले भी वहां बढ़ रहे हैं। मैं (केरल में) स्थिति की तुलना पाकिस्तान से कर रहा था। जिस तरह से पाकिस्तान में हिन्दुओं के साथ व्यवहार किया जाता है, यदि हमारे अपने देश में भी ऐसी स्थिति होती है तो हमें उसके खिलाफ काररवाई करनी चाहिए। मैं अपने भाषण में यही कहना चाह रहा था।’ एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नितेश राणे के खिलाफ फिलहाल 38 एफआईआर दर्ज हैं।

Exit mobile version