मुंबई, 1 दिसम्बर। महाराष्ट्र में महायुति सरकार के नए मुख्यमंत्री के चयन को लेकर जारी संशय के बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे रविवार को गृह जनपद सतारा के जननी देवी मंदिर में दर्शन-पूजन किया और फिर हेलीकॉप्टर से मुंबई लौट आए।
‘मैंने ढाई साल में छुट्टी नहीं ली, इसलिए आराम करने गांव चला आया‘
इससे पहले सतारा में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘महायुति में कोई विवाद नहीं है। मेरी तबीयत ठीक है। मुख्यमंत्री रहते मैंने ढाई साल में छुट्टी नहीं ली। चुनाव के दौरान मैंने बहुत मेहनत की थी। इसलिए मैं थोड़ा आराम करने के लिए गांव आया था।’
‘राज्य के हित में निर्णय लिया जाएगा, हम लोगों की उम्मीदों को पूरा करेंगे‘
शिंदे ने यह भी कहा, ‘अमित शाह के साथ बैठक हुई थी। अब महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई है। राज्य के हित में निर्णय लिया जाएगा। हम लोगों की उम्मीदों को पूरा करेंगे। हमले पहले ही पार्टी नेतृत्व को अपना बिना शर्त समर्थन दिया है और उनके फैसले का हम समर्थन करेंगे। जो पीएम नरेंद्र मोदी कहेंगे, वो हमें मान्य होगा। जो पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा बोलेंगे, वो हमें पूरी तरह से मान्य होगा।’
#Live l 01-12-2024 📍दरे, सातारा 🎥 पत्रकारांशी संवाद https://t.co/yG18pravv6
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) December 1, 2024
‘विपक्ष के पास कोई काम नहीं बचा, इसलिए ईवीएम का मुद्दा उठा रहा‘
विपक्ष पर निशाना साधते हुए शिंदे ने कहा, ‘विपक्ष के पास कोई काम नहीं बचा है। हमारा कोई विवाद नहीं है। वे (महा विकास अघाड़ी) विपक्ष का नेता भी नहीं बना सकते, इसलिए ईवीएम का मुद्दा उठा रहे हैं। विपक्ष को लोकसभा चुनाव, झारखंड, तेलंगाना, कर्नाटक में भी सफलता मिली थी। उस समय उन्होंने सवाल क्यों नहीं उठाया।
तबीयत हो गई थी खराब
एकनाथ शिंदे इससे पहले शुक्रवार को महाबलेश्वर तालुका स्थित अपने पैतृक गांव दारे गए थे, जहां शनिवार को उनकी तबीयत खराब हो गई थी। रिपोर्ट के अनुसार शिंदे के शरीर का तापमान 104 डिग्री था। बुखार, खांसी और गले में संक्रमण के कारण वह पूरे दिन घर से बाहर नहीं निकले। वह खेतों में भी नहीं जा सके। उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी मिलने से परहेज किया।
नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह
इस बीच नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तिथि और स्थान तय हो चुका है। भाजपा के अनुसार आजाद मैदान में पांच दिसम्बर को शाम पांच बजे से महायुति सरकार का शपथ ग्रहण होना है। मंत्री पद के लिए दावेदारों ने लॉबिंग भी शुरू कर दी है। उनकी कोशिशें भी तेज होंगी। अब चूंकि शिंदे भी मुंबई लौट आए हैं, लिहाजा सीएम व कैबिनेट चयन को लेकर फिर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ेगी।