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बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन : किदाम्बी-लक्ष्य सेमीफाइनल में आमने-सामने, गत चैंपियन सिंधु और प्रणय परास्त

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हुएल्वा (स्पेन), 17 दिसंबर। बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में शुक्रवार का दिन भारत के लिए मिश्रित अनुभूतियों वाला रहा। इस क्रम में पूर्व विश्व नंबर एक किदाम्बी श्रीकांत और युवा लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल सेमीफाइनल में आपसी मुलाकात तय करने के साथ देश के लिए एक रजत सहित दो पदक पक्के कर दिए। लेकिन महिला एकल में गत चैंपियन पीवी सिंधु का खिताब बचाओ अभियान क्वार्टर फाइनल में पराजय का साथ समाप्त हो गया। देर शाम पुरुष एकल में भारत के तीसरे स्पर्धी एच.एस. प्रणय को भी हार का सामना करना पड़ा।

श्रीकांत ने डच स्पर्धी को सिर्फ 26 मिनट में धराशाई किया

विश्व रैंकिंग में 14वें क्रम के शटलर श्रीकांत ने कोर्ट नंबर एक पर खेले गए दिन के दूसरे मैच में नीदरलैंड्स के मार्क कालोव को सिर्फ 26 मिनट में 21-8, 21-7 से धोकर रख दिया। विश्व के 28वें नंबर के डच स्पर्धी से पहली मुलाकात में 12वीं सीड श्रीकांत ने शुरुआत से ही रफ्तार पकड़ ली और प्रतिद्वंद्वी को संभलने मौका ही नहीं दिया।

लक्ष्य ने चीनी खिलाड़ी को तीन गेमों में मात दी

दूसरी तरफ 20 वर्षीय लक्ष्य ने चीनी खिलाड़ी झाओ जुन पेंग के खिलाफ कोर्ट नंबर दो तीन गेमों के संघर्ष में 21-15, 15-21, 22-22 से जीत हासिल की। दोनों खिलाड़ियों की यह पहली मुलाकात एक घंटा सात मिनट तक खिंची। विश्व नंंबर 19 लक्ष्य ने पहला गेम आसानी से जीत लिया तो 42वें क्रम के झाओ ने दूसरा गेम जीत कर स्कोर बराबर कर दिया। फिलहाल जबर्दस्त संघर्ष के बीच तीसरे गेम में बाजी लक्ष्य के हाथ लगी।

पुरुष एकल में भारत के एक रजत सहित दो पदक पक्के

दिलचस्प यह है कि श्रीकांत और लक्ष्य, दोनों का ही विश्व चैंपियनशिप में यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। 28 वर्षीय श्रीकांत तो बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर में छह खिताब जीत चुके हैं, लेेकिन  विश्व चैंपियनशिप में वह अब तक क्वार्टर फाइनल (2017) से आगे नहीं बढ़ सके थे। दूसरी तरफ लक्ष्य का प्रदर्शन तो और भी उल्लेखनीय है, जिनका करिअर भी अभी बहुत छोटा है और वह सेमीफाइनल तक जा पहुंचे हैं। सेमीफाइनल में दोनों की आपसी मुलाकात तय होने के साथ ही देश के लिए एक रजत सहित दो पदक पक्के हो गए। वैसे भारतीय खिलाड़ी इस चैंपियनशिप में अब तक 10 पदक जीत चुके हैं।

 

प्रणय सिंगापुर के लो केन येव के हाथों सीधे गेमों में परास्त

लेकिन 32वीं रैकिंग के एच.एस. प्रणय हमवतन श्रीकांत और लक्ष्य की राह नहीं पकड़ सके और उन्हें सिंगापुर के लो केन येव के हाथों 43 मिनट में 14-21, 12-21 से पराजय झेलनी पड़ी।  पूर्व की दो मुलाकातों में केन येव को हरा चुके प्रणय  22वें क्रम के केन येव को टक्कर नहीं दे सक। फिलहाल डब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब भारत के तीन पुरुष खिलाड़ियों ने एकल क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई और उनमें दो सेमीफाइनल तक पहुंच चुके हैं।

प्रणय के विपरीत पहले ही दौर में दूसरी सीड डेनमार्क के विक्टर एक्सेल्सेन को चौंकाने वाले सिंगापुरी खिलाड़ी लो केन येव की अब सेमीफाइनल में तीसरे वरीय  डेनमार्क के ही आंद्रेस एंटोन्सेन से मुलाकात होगी।

विश्व नंबर एक ताइ जू यिंग ने सिंधु को फिर नहीं टिकने दिया

उधर महिला एकल क्वार्टर फाइनल में विश्व नंबर एक ताइवानी स्टार ताइ जू यिंग ने आशंकाओं के अनुरूप एक बार फिर 26 वर्षीया हैदराबादी स्टार पीवी सिंधु को टिकने नहीं दिया और 42 मिनट में 21-17, 21-13 से मात दी।

कोर्ट नंबर एक पर खेले गए दिन के पहले मैच में छठी सीड सिंधु ने पहले गेम के मध्यांतर के वक्त 6-11 से पिछड़ने के बाद संघर्षपूर्ण वापसी की, लेकिन सर्वोच्च वरीय जू यिंग ने तेज हाथ दिखाते हुए अंतिम चार अंक जीत लिए। दूसरे गेम में मध्यांतर तक जू यिंग ने 11-8 की बढ़त के बाद मुकाबले पर पूर्ण वर्चस्व बना लिया।

जू यिंग से 20वीं मुलाकात में सिंधु की15वीं पराजय

इन दोनों खिलाड़ियों की यह 20वीं मुलाकात थी, जिनमें सिंधु को 15वीं बार पराजय का सामना करना पड़ा। इस क्रम में जू यिंग ने सिंधु के खिलाफ लगातार पांचवीं जीत हासिल की। इसके पूर्व 31 जुलाई को टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में दोनों का आमना-सामना हुआ था, जहां भारतीय खिलाड़ी को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था जबकि जू यिंग फाइनल में चीनी स्टार चेन यू फेई से हार गई थीं।

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