नई दिल्ली,1 दिसंबर। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों की गतिविधियों को सीमित करने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए सभापति एम. वेंकैया नायडू से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।
कुछ पत्रकारों और मीडिया संगठनों को ही संसद भवन परिसर में प्रवेश की अनुमति
खड़गे ने बुधवार को वेंकैया नायडू को लिखे एक पत्र में कहा कि संसद का यह लगातार पांचवां सत्र है, जब कुछ पत्रकारों और मीडिया संगठनों को ही संसद भवन परिसर में प्रवेश करने और सीमित पत्रकारों को ही सदनों की कार्यवाही की रिपोर्टिंग की अनुमति दी जा रही है। इसके साथ ही वरिष्ठ पत्रकारों का केंद्रीय कक्ष में प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। पत्रकारों को सांसदों से बातचीत करने से रोका जा रहा है। पत्रकारों को लोकतंत्र के इस मंदिर में मनमाने प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है।
पत्रकारों को अपने कर्तव्य पालन से रोका नहीं जाना चाहिए
विपक्ष के नेता ने कहा कि सत्र के दौरान की राजनीति की नब्ज संसद में होती है और मीडिया ने हमेशा देशवासियों को संसद में चल रहे ज्वलंत मुद्दों से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि संसद में कोविड मानकों का पालन होना चाहिए, लेकिन पत्रकारों को केंद्रीय कक्ष और पुस्तकालय तथा अन्य प्रमुख स्थानों पर जाने से रोका जाना स्वीकार्य नहीं है। पत्रकारों को अपने कर्तव्य पालन से रोका नहीं जाना चाहिए।
खड़गे ने अपने पत्र में कहा, ‘आपसे अनुरोध है कि इस मामले में हस्तक्षेप करें, जिससे पत्रकार प्रतिबंधों से पूर्व की भांति अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें।’ गौरतलब है कि कई मीडिया संगठनों और पत्रकारों ने लोकसभा अध्यक्ष और अनेक सांसदों के समक्ष इस मामले को उठाया है।