नई दिल्ली, 27 अक्टूबर। भारत एवं किर्गिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने अफगानिस्तान की घटनाओं के संदर्भ में दोनों देशों के समक्ष उत्पन्न खतरों एवं चुनौतियों के साथ-साथ क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य पर विचार मंथन किया। किर्गिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल मरात इमानकुलोव भारत की यात्रा पर आज यहां पहुंचे और उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। ये बातचीत राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालयों के बीच प्रथम सामरिक संवाद के रूप में हुई।
सूत्रों के अनुसार दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान के संदर्भ में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य के साथ भारत एवं किर्गिस्तान के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों एवं खतरों के बारे में बातचीत की। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों ने विचारों की समानता का स्वागत किया और संबंधित संस्थाओं के बीच आतंकवाद से मुकाबले, कट्टरपन से निपटने, नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने और रक्षा सेनाओं में सहयोग सहित सभी द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए सहमति व्यक्त की।
हाल ही में 11 अक्टूबर को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किर्गिस्तान की यात्रा की थी और वहां उन्होंने राष्ट्रपति सदीर जापारोव से मिल कर द्विपक्षीय आर्थिक एवं विकास साझीदारी को विस्तार देने के बारे में चर्चा की थी तथा अफगानिस्तान को लेकर अपने अपने आकलन को एक दूसरे से साझा किया था। यह भारतीय विदेश मंत्री की पहली किर्गिस्तान यात्रा थी। डॉ. जयशंकर ने किर्गीज़ विदेश मंत्री रुस्लाम काजाकबाएव के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी।