पणजी, 12 अक्टूबर। गोवा में भारतीय नौसेना का एक मिग-29K लड़ाकू विमान बुधवार को उड़ान के बीच में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान समुद्री सतह पर क्रैश हुआ। हादसे में पायलट की जान बाल-बाल बच गई।
नौसेना ने बताया कि क्रैश के दौरान समय रहते पायलट विमान से बाहर कूदने में सफल रहा। इसके बाद तत्काल सर्च ऑपरेशन में उसे खोज कर सुरक्षित बचा लिया गया। पायलट की हालत स्थिर है। भारतीय नौसेना ने बताया कि हादसे की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।
बेहद उन्नत लड़ाकू विमान माना जाता है मिग-29K
मिग-29K रूसी निर्मित के-36डी-3.5 इजेक्शन सीट वाला विमान है। इसे बेहद उन्नत माना जाता है। विमान में इजेक्शन हैंडल खींचे जाने की स्थिति में पीछे की सीट का पायलट सबसे पहले बाहर आता है। इसके बाद आगे वाला पायलट बाहर निकलता है।
पहले भी होते रहे हैं मिग-29K विमान के हादसे
गौरतलब है कि वर्ष 2022 के नवम्बर में मिग-29K के क्रैश हो जाने से एक पायलट की मौत हो गई थी। वहीं, एक पायलट को घटना के तुरंत बाद बचा लिया गया था। उसी वर्ष एक और मिग-29K फरवरी में पक्षियों के टकरा जाने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दोनों पायलट तब सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहे थे। नवंबर 2019 में भी एक मिग-29K ट्रेनर विमान गोवा में एक गांव के बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए थे।
दूसरी ओर मिग-21 युद्धक विमान के क्रैश होने की भी खबरें आती रही हैं। इसी साल जुलाई में ही भारतीय वायु सेना का एक मिग-21 विमान क्रैश होने से दो पायलटों – विंग कमांडर एम. राणा और फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल की जान चली गई थी। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट ने मार्च में राज्यसभा में कहा था कि पिछले पांच वर्षों में तीनों सेवाओं के विमान और हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में 42 रक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी।