विशाखापट्टनम, 17 दिसम्बर। पूर्वी नौसेना कमान के तत्वावधान में मंगलवार से यहां श्रीलंका और भारत के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास ‘स्लिनेक्स 2024′ शुरू हुआ। 20 दिसंबर तक चलने वाला यह अभ्यास दो चरणों में होगा। इसमें 18 दिसम्बर तक बंदरगाह चरण और 19 दिसम्बर से समुद्री चरण होगा। यह द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यासों का महत्वपूर्ण संस्करण है, जिसने पिछले कुछ वर्षों में भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत किया है।
भारतीय नौसेना और श्रीलंका के जहाज शामिल
अभ्यास में भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का जहाज आईएनएस सुमित्रा, एक अपतटीय गश्ती पोत विशेष बल के साथ शामिल है। इसी तरह श्रीलंका से एसएलएनएस सयूरा, एक अपतटीय गश्ती पोत विशेष बल के साथ अभ्यास में शामिल है। सुकन्या श्रेणी का ओपीवी ‘स्लिनेक्स’ के 11वें संस्करण के लिए विशाखापट्टनम पहुंच गया है।
अभ्यास के आज हुए उद्घाटन समारोह के साथ बंदरगाह चरण की शुरुआत हो गई है। इस समुद्री अभ्यास का मकसद सुरक्षित, संरक्षित और नियम-आधारित समुद्री वातावरण को बढ़ावा देना है। इस चरण के दौरान प्रतिभागी नौसेनाएं आपसी समझ को मजबूत करने के लिए पेशेवर और सामाजिक आदान-प्रदान में संलग्न होंगी।
बंदरगाह चरण के बाद 19 दिसम्बर से समुद्री चरण
इसके बाद 19 दिसम्बर को शुरू होने वाले समुद्री चरण में विशेष बलों के संचालन, बंदूक फायरिंग, संचार अभ्यास, नाविक अभ्यास, नेविगेशन विकास और हेलीकॉप्टर संचालन सहित संयुक्त अभ्यास शामिल होंगे। पिछले कुछ वर्षों में ‘स्लिनेक्स’ का दायरा बढ़ा है, जिससे दोनों नौसेनाओं को अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में मदद मिली है। वर्ष 2024 के इस संस्करण का उद्देश्य भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री संबंधों को और मजबूत करना है।