कुआलालम्पुर, 16 दिसम्बर। पेनाल्टी कॉर्नर गोल में न बदल पाने की कमजोरी का खामियाजा भारत को फिर भुगतना पड़ा और वह शनिवार को यहां FIH हॉकी जूनियर पुरुष विश्व कप में कांस्य पदक की लड़ंत स्पेन के हाथों 1-3 से गंवा बैठा। वहीं गत उपजेता जर्मनी ने खिताबी मुकाबले में फ्रांस को 2-1 से हराकर चैम्पियन का श्रेय अर्जित कर लिया।
🥇Germany crowned Junior World Champions!🥇 #Risingstars
🥈 France finish their campaign with a Silver.
🥉 Spain earn a Bronze.
𝐂𝐨𝐧𝐠𝐫𝐚𝐭𝐮𝐥𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐬 𝐭𝐨 𝐚𝐥𝐥 𝐭𝐡𝐞 𝐭𝐞𝐚𝐦𝐬.#HockeyEquals #HockeyInvites #Hockey
— International Hockey Federation (@FIH_Hockey) December 16, 2023
भारतीय टीम ने कुल नौ शॉर्नर जाया किए
बुकित जलील नेशनल स्टेडियम में खेले गए कांस्य पदक के प्लेऑफ मैच में उत्तम सिंह की अगुआई वाली भारतीय टीम ने एक-दो नहीं वरन नौ शॉर्ट कॉर्नर जाया किए और उसका इकलौता गोल सुनील जोजो ने 28वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर से किया। इस गोल से भारत ने मध्यांतर के पहले 1-1 की बराबरी कर ली थी।
लेकिन बचे दो क्वार्टर में दो बार की पूर्व चैम्पियन टीम सिर्फ शॉर्ट कॉर्नर अर्जित करने के सिवाय कुछ नहीं कर सकी और उस पर दो गोल भी हो गए। भारतीय गोलकीपर मोहित शशिकुमार ने पहले हाफ के बाद कुछ बेहतरीन बचाव नहीं किये होते तो हार का अंतर और बड़ा हो सकता था।
वहीं मैच के दौरान मिले सभी पांच शॉर्ट कॉर्नर गंवाने वाली स्पेनिश टीम को तीनों सफलताएं जमीनी गोल से मिलीं। स्पेन के लिए निकोलस अल्वारेज ने 25वें और 51वें मिनट में दो गोल किए जबकि पेटचेम पाउ ने 40वें मिनट में गोल दागा। स्पेन ने पूल चरण में भी भारत को 4-1 से शिकस्त दी थी।
भारत को लगातार दूसरी बार चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा
देखा जाए तो 2001 और 2016 के विजेता भारत को लगातार दूसरी बार चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा। दो वर्ष पूर्व भुवनेश्वर में वह कांस्य पदक के मैच में फ्रांस से हार गया था। वहीं स्पेन ने इस वैश्विक टूर्नामेंट में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी की। उसने रोटरडम में 2005 चरण में भारत को को ही सडेनडेथ टाईब्रेकर में 6-5 से हराकर कांस्य पदक जीता था।
जर्मनी ने खिताबी मुकाबले में फ्रांस पर 2-1 से जीत हासिल की
उधर जर्मनी और पिछली बार के कांस्य पदक विजेता फ्रांस के बीच खिताबी मुकाबले की बात करें तो जर्मनों ने एक गोल से पिछड़ने के बाद वापसी की। फ्रांस ने 17वें मिनट में जूल्स वेरियर के जमीनी गोल से बढ़त बना ली थी। लेकिन तीसरा क्वार्टर शुरू होते ही जान कोर्डेस ने 32वें मिनट में फील्ड गोल से जर्मनी को बराबरी दिला दी और 40वें मिनट में लिएम होल्डरमान ने एक ओर जमीनी गोल से जर्मनी की जीत सुनिश्चित कर दी। जर्मनी को पिछली बार फाइनल में अर्जेंटीना ने मात दी थी, लेकिन इस बार क्वार्टर फाइनल में उसने लैटिन अमेरिकी टीम से उस हार का हिसाब चुकता कर दिया था।