नई दिल्ली, 20 मई। भारत को पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब डॉलर का रिकॉर्ड वार्षिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्राप्त हुआ। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के शुक्रवार को सामने आए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
India gets the highest annual FDI inflow of USD 83.57 billion in FY21-22
India rapidly emerges as a preferred investment destination; FDI inflows have increased 20-fold in the last 20 years
Read here: https://t.co/84TOKIV9Cr pic.twitter.com/F0PQFaaT2N
— PIB India (@PIB_India) May 20, 2022
विनिर्माण क्षेत्र में एफडीआई प्रवाह 76 फीसदी बढ़ा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में पिछले वित्त वर्ष (2021-22) में विनिर्माण क्षेत्र में एफडीआई प्रवाह 76 प्रतिशत बढ़कर 21.34 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है। वित्त वर्ष 2020-21 में इस क्षेत्र में 12.09 बिलियन अमेरिकी डॉलर का विदेशी निवेश प्राप्त हुआ था।
महामारी के बाद की अवधि में विदेशी निवेश में 23 फीसदी की बढ़ोतरी
रिपोर्ट के अनुसार 171.84 अरब डॉलर पर मार्च, 2020 से मार्च, 2022 तक महामारी के बाद की अवधि में एफडीआई प्रवाह 23 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि फरवरी 2018 से फरवरी 2020 तक महामारी से पहले की अवधि में 141.10 अरब डॉलर दर्ज किया गया। एफडीआई
‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर‘ एफडीआई इक्विटी प्रवाह के शीर्ष प्राप्तकर्ता
वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर’ एफडीआई इक्विटी प्रवाह के शीर्ष प्राप्तकर्ता क्षेत्र के रूप में उभरा है, जिसके बाद क्रमशः सेवा क्षेत्र (12 प्रतिशत) और ऑटोमोबाइल उद्योग (12 प्रतिशत) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र के तहत, वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान एफडीआई इक्विटी प्रवाह के प्रमुख प्राप्तकर्ता राज्य कर्नाटक (53 प्रतिशत), दिल्ली (17 प्रतिशत) और महाराष्ट्र (17 प्रतिशत) हैं। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान रिपोर्ट किए गए कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह में 38 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ कर्नाटक शीर्ष प्राप्तकर्ता राज्य है, इसके बाद महाराष्ट्र (26 प्रतिशत) और दिल्ली (14 प्रतिशत) का स्थान है।
वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर’ (35 प्रतिशत), ऑटोमोबाइल उद्योग (20 प्रतिशत) और ‘शिक्षा’ (12 प्रतिशत) क्षेत्रों में कर्नाटक के अधिकतर इक्विटी प्रवाह की सूचना दी गई है।