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जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप : सेमीफाइनल में जर्मनी को चुनौती नहीं दे सका भारत, अब कांस्य के लिए स्पेन से होगी टक्कर

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कुआलालम्पुर, 14 दिसम्बर। दो दिन पूर्व शक्तिशाली नीदरलैंड्स पर शानदार जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम गुरुवार को यहां बुकित जलील नेशनल स्टेडियम में गत उपजेता जर्मनी को चुनौती नहीं दे सकी और उसे एफआईएच हॉकी जूनियर पुरुष विश्व कप के एकतरफा सेमीफाइनल में 1-4 से पराजय झेलनी पड़ी।

सुदीप ने दूसरे क्वार्टर में किया भारत का इकलौता गोल

क्वार्टर फाइनल में डचों के खिलाफ दो गोल से पिछड़ने के बाद जबर्दस्त वापसी करने वाली भारतीय टीम के पास जर्मनी के मजबूत डिफेंस और चुस्त आक्रमण का जवाब नहीं था। क्वार्टर फाइनल में गत चैम्पियन अर्जेंटीना को बाहर का रास्ता दिखाने वाले जर्मनी ने चारों क्वार्टर में एक-एक गोल किया जबकि भारत का एकमात्र गोल चिरमाको सुदीप ने 11वें मिनट में दागा।

जर्मनी के लिए हेसबाक बेन ने आठवें मिनट में मैदानी गोल और 30वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल किया जबकि ग्लेंडर पॉल ने 41वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया। स्पर्लिंग फ्लोरियन ने आखिरी सीटी बजने से दो मिनट पहले मैदानी गोल करके जर्मनी की आसान जीत पर अंतिम मुहर लगाई।

इस वर्ष जर्मनी के हाथों भारत की लगातार पांचवीं हार

इस वर्ष भारत का जर्मनी से पांच बार सामना हुआ है और पांचों बार उसे पराजय का सामना करना पड़ा। पिछली बार जोहोर कप सेमीफाइनल में जर्मनी ने उसे 6-3 से हराया था। भुवनेश्वर में जूनियर विश्व कप 2021 में भी जर्मनी ने सेमीफाइनल में ही भारत को 4-2 से शिकस्त दी थी।

जर्मनी की अब फ्रांस से होगी खिताबी टक्कर

जर्मनी की अब शनिवार, 16 दिसम्बर को फाइनल में फ्रांस से खिताबी टक्कर होगी, जिसने दूसरे सेमीफाइनल में स्पेन को 3-1 से शिकस्त दी। फाइनल के पूर्व कांस्य पदक के मुकाबले में भारत व स्पेन की टीमें आमने-सामने होंगी।

भारत को पिछली बार (2021) भुवनेश्वर में भी कांस्य पदक का मुकाबला खेलना पड़ा था और तब उसे फ्रांस ने मात दी थी। भारत ने 2001 में होबार्ट और 2016 में लखनऊ में जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप जीता था। इसके अलावा वह 1997 में इंग्लैंड के मिल्टन कीज में उपविजेता रहा था।

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