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कोरोना संकट : रिजर्व बैंक ने स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दी 50 हजार करोड़ की विशेष लिक्विडिटी सुविधा

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नई दिल्ली, 5 मई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर से लड़ाई के बीच मार्च, 2022 तक कोविड-19 से संबंधित स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की विशेष लिक्विडिटी सुविधा की घोषणा की है। इसके जरिए बैंक वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स, वैक्सीन ट्रांसपोर्ट, निर्यातकों को आसान किस्तों पर लोन उपलब्ध कराएंगे। अस्पतालों, हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स को भी इसका लाभ मिलेगा।

आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने बुधवार को यहां आहूत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस आशय की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘कोरोना की दूसरी लहर से अर्थव्यवस्था बड़े स्तर पर प्रभावित हुई है। इससे जुड़ीं स्थितियों पर आरबीआई की नजर बनी हुई है। दूसरी लहर के खिलाफ बड़े कदम उठाने की जरूरत है।’

शक्तिकांत दास ने कहा, ‘आरबीआई मौजूदा कोरोना की स्थिति की निगरानी जारी रखेगा। विशेष रूप से नागरिकों, व्यापारिक संस्थाओं और दूसरी लहर से प्रभावित संस्थानों के लिए अपने नियंत्रण के सभी संसाधनों और उपकरणों को तैनात करेगा।’

उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार होता दिखने लगा था, लेकिन दूसरी लहर ने एक बार फिर विकट स्थिति पैदा कर दी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अच्छे मानसून की वजह से गांवों में मांग बढ़ेगी।

गौरतलब है कि मंगलवार को 24 घंटे के भीतर 3.82 लाख से अधिक नए कोविड केस सामने आए, जो सोमवार की तुलना में करीब 28 हजार अधिक हैं। भारत में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि सिर्फ 15 दिनों में संक्रमण के 50 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इस समय देश में सक्रिय मामलों की संख्या 35 लाख के करीब है।

केंद्रीय बैंक ने केवाईसी को लेकर भी बड़ी छूट देते हुए वीडियो केवाईसी और नॉन फेस टू फेस डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन को बढ़ावा देने को कहा है। 25 करोड़ रुपये तक कर्ज लेने वाले व्यक्तिगत, छोटे उधारकर्ताओं को ऋण के पुनर्गठन का दूसरा मौका दिया गया है, बशर्ते उन्होंने पहली बार में इस सुविधा का लाभ न लिया हो।

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