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फ्रांसीसी कम्पनी ने भारत को सौंपे सभी 36 लड़ाकू राफेल विमान, देश में उतरा आखिरी फाइटर जेट

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नई दिल्ली, 15 दिसम्बर। फ्रांस ने भारत के साथ लड़ाकू राफेल विमान सौदा पूरा कर दिया है। इस क्रम में फ्रांसीसी कम्पनी दसॉ एविएशन ने भारत को पूरे 36 विमान सौंप दिए हैं। वायु सेना ने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी। ट्वीट में लिखा –  ’36 IAF राफेल विमानों में से अंतिम राफेल फ्रांस से उड़ान भरने के बाद UAE वायु सेना के टैंकर विमान से ईंधन भरने के बाद भारत में उतर गया है।’

59,000 करोड़ में हुआ था 36 राफेल विमानों का सौदा

गौरतलब है कि भारत ने सितम्बर, 2016 में फ्रांस को 36 राफेल विमान खरीदने का ऑर्डर दिया था। लगभग 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 विमानों की खरीद के लिए फ्रांस के साथ एक अंतर-सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर करने के लगभग चार साल बाद, अत्याधुनिक पांच राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप 29 जुलाई, 2020 को मिली थी। फ्रांस सरकार ने 17 जुलाई, 2022 को 35 राफेल विमानों की पूर्ति कर दी थी और 36वें राफेल का काफी समय से इंतजार हो रहा था।

राफेल की पहली डेलिवरी के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था, ‘राफेल सौदा भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गेम चेंजर था और इसे शामिल करना दुनिया के लिए और विशेष रूप से भारत की संप्रभुता को चुनौती देने वालों के लिए एक मजबूत संदेश है।’

दुनिया के सबसे ताकतवर फाइटर जेट में शुमार राफेल विमान

वस्तुतः राफेल दुनिया के सबसे ताकतवर फाइटर जेट में शामिल है। यह 1800 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने में सक्षम है। जब यह मिसाइल के साथ उड़ान भरता है तो इसका वजन करीबन 25 टन तक का होता है। यह विमान अपने साथ कई मिसाइलों को लेकर उड़ सकने की काबिलियत रखता है। यह विमान हिमालय के ऊपर बेहद ठंडे मौसम में भी उड़ान भर सकता है। इसके अलावा राफेल हैमर मिसाइलों से भी लैस है। यह एक मिनट में 18 हजार मीटर तक की ऊंचाई पर जाने की क्षमता रखता है।

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