नई दिल्ली, 13 सितम्बर। अपनी विस्तारवादी नीतियों के लिए कुख्यात चीन न सिर्फ अपनी सीमा के आस-पास के इलाकों पर कब्जा करता रहा है बल्कि यदाकदा अपनी सीमाओं को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने वाले मैप भी जारी करता रहता है। चीन की इन्हीं करतूतों पर पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल मनोज नरवणे ने कटाक्ष किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक मैप शेयर किया है। तस्वीर शेयर करने के साथ नरवणे ने लिखा, ‘आखिरकार किसी को चीन का असली मैप मिल गया।’
Finally someone has got the map of China as it really is. pic.twitter.com/8whTfICQNS
— Manoj Naravane (@ManojNaravane) September 12, 2023
पूर्व सेनाध्यक्ष की तरफ से शेयर किए गए मैप पर गौर करें तो कई रंगों वाले इस मैप में तिब्बत सहित कई क्षेत्रों को अलग-अलग तरह से दिखाया गया है, जिस पर चीन अपना दावा करता है। पिछले माह 28 अगस्त को ही चीन ने अपने मैप का 2023 संस्करण जारी किया था, जिसमें ताइवान, दक्षिण चीन सागर, अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को चीनी क्षेत्रों के रूप में शामिल किया गया था। नक्शे में चीन अधिकृत तुर्कमेनिस्तान, चीन अधिकृत मंगोलिया और मंचूरिया का हिस्सा भी नजर आ रहा है।
भारत खारिज कर चुका है चीन का आइडियल मैप
हालांकि भारत ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन पर दावा करने वाले तथाकथित चीन के आइडियल मैप को तत्काल खारिज कर दिया और बीजिंग के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। भारत ने यह भी कहा कि ऐसे कदम केवल सीमा प्रश्न के समाधान को जटिल बनाते हैं। कुछ दिन पहले, जापान, मलेशिया, वियतनाम और फिलीपींस जैसे कई आसियान सदस्य देशों ने भी चीन के क्षेत्रीय दावे और उसके जारी किए मैप पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।
चीन अब ताइवान की सीमा के पास तेजी से बढ़ा रहा सैन्य गतिविधियां
वहीं ड्रैगन अपनी ताजा हरकतों के क्रम में अब ताइवान की सीमा के आस-पास लगातार कई दिनों से अपने घातक युद्धपोतों और विमानों को तैनात कर रहा है। एक बार फिर ताइवान ने मंगलवार को कहा कि उसने पिछले 24 घंटों में अपनी सीमा के पास 22 चीनी सैन्य विमान और 20 जहाज देखे हैं। ताइवान का मानना है कि बीजिंग ने क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं।