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गणतंत्र दिवस : आजादी के बाद पहली बार श्रीनगर लाल चौक के घंटाघर पर फहराया तिरंगा

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श्रीनगर, 26 जनवरी। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार स्थानीय युवाओं ने 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर बुधवार को यहां ऐतिहासिक लाल चौक स्थित घंटाघर पर तिरंगा फहराया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं के अलावा महिलाएं और बच्चे भी मौजूद रहे।

ज्ञातव्य है कि कुछ समय पहले तक आतंकियों की धमकी के कारण लाल चौक पर तिरंगा फहराने के लिए युवा आगे नहीं आते थे। फिलहाल वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 हटने और आतंकियों के लगातार खात्मे के कारण स्थानीय युवा काफी उत्साहित हैं।

साजिद यूसुफ शाह और साहिल बशीर भट्ट ने फहराया तिरंगा

इस क्रम में दो कार्यकर्ताओं – साजिद यूसुफ शाह और साहिल बशीर भट्ट ने भारत माता की जय के नारे लगाते हुए घंटाघर के टॉप पर तिरंगा फहराया। दोनों कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रशासन से अनुमति मांगी थी। इस अवसर पर स्थानीय बाशिंदों में काफी उत्साह दिखा और उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।

डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने 1992 में लाल चौक पर फहराया था तिरंगा

गौरतलब है कि संवेदनशील लाल चौक एक ऐतिहासिक स्थल है। 30 वर्ष पहले 1992 में भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में यहां तिरंगा फहराया गया था। डॉ. जोशी के साथ उस समय नरेंद्र मोदी भी थे। उन्होंने वहां पर भाषण भी दिया था। इसके पूर्व 1948 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने यहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।

शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में हुआ मुख्य समारोह

इससे पहले श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में मुख्य समारोह कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित किया। अप्रिय घटना से बचने के लिए श्रीनगर समेत पूरी कश्मीर घाटी में कड़ी सुरक्षा ग्रिड की तैनाती की गई थी। कुछ संवेदनशील जगहों पर शार्प शूटर भी तैनात किए गए थे। ऐसे ही प्रबंध अन्य जिला मुख्यालयों पर भी किए गए।

उप राज्यपाल के सलाहकार आर.आर. भटनागर ने ली परेड की सलामी

गणतंत्र दिवस समारोह में पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों के दस्तों ने परेड में भाग लिया। परेड की सलामी उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के सलाहकार आर.आर. भटनागर ने ली। इस दौरान रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

आयोजन को शांतिपूर्ण तरीके से सुनिश्चित करने के लिए फुलप्रूफ और बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। इसके लिए कई दिनों से सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी अभियान जारी था। मुख्य समारोह स्थल की ओर जाने वाले रास्ते सील कर दिए गए थे।

अखनूर क्षेत्र में कड़ी चौकसी के बीच हुआ कार्यक्रम

उधर अखनूर में गणतंत्र दिवस मनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए। परगवाल, छंब, काना चक सेक्टर में सुरक्षा बलों को 24 घंटे चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। अखनूर-जम्मू-सुंदरबनी रोड पर अतिरिक्त नाके लगाए हैं। एसडीपीओ वरुण जंडियाल की देखरेख में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। अखनूर क्षेत्र में मुख्य कार्यक्रम हायर सेकेंडरी स्कूल में हुआ।