नई दिल्ली/श्रीनगर, 7 अप्रैल। प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यंमत्री और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से जे एंड के बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में पूछताछ की। जेकेएनसी की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान में कहा गया, ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष को इस मामले में अनिवार्य रूस से उपस्थित होने का नोटिस जारी करके दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में बुलाया गया। रमजान का पवित्र महीना चलने और दिल्ली उनका पैतृक स्थान न होने के बावजूद अब्दुल्ला दिल्ली गए। उन्होंने पूछताछ की जगह बदलने के लिए कोई कोशिश भी नहीं की।’ बताया जा रहा है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने करीब 12 वर्ष पहले जम्मू-कश्मीर बैंक द्वारा एक इमारत की खरीद के संबंध में अब्दुल्ला से पूछताछ की।
नेशनल कॉन्फ्रेंस का आरोप – यह पूर्व मुख्यमंत्री का अपमान
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसके साथ ही उमर अब्दुल्ला से पूछताछ करने के लिए ईडी के कदम की निंदा भी की और इसे पूर्व मुख्यमंत्री का दुर्भावनापूर्ण अपमान और केंद्रीय जांच एजेंसी का निरंतर दुरुपयोग करार दिया।
नेकां के एक प्रवक्ता ने कहा कि एक समय था, जब चुनाव आयोग द्वारा चुनावों की घोषणा की जाती थी, लेकिन अब ऐसा लगता है कि ईडी द्वारा उनकी घोषणा की जाती है।
‘मछली फंसाने के अभियान’ से भाजपा को कोई ठोस परिणाम नहीं मिलेगा
प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “हाल के वर्षों में हमने देखा है कि जहां भी राज्य के चुनाव होने हैं, ईडी जैसी एजेंसियां आगे बढ़ती हैं और उन पार्टियों को निशाना बनाती हैं, जो भाजपा को चुनौती देती हैं। हमारे उपाध्यक्ष को समन भी उसी क्रम में है। हमें इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस ‘मछली फंसाने के अभियान’ से भाजपा को कोई ठोस परिणाम नहीं मिलेगा और जब भी आवश्यकता होगी, लोग नेशनल कॉन्फ्रेंस को जोरदार समर्थन देंगे।”
केंद्र सरकार ने जांच एजेंसियों के दुरुपयोग की आदत बना ली है
पार्टी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने की आदत बना ली है और अब्दुल्ला से आज की पूछताछ उसी दिशा में एक और कदम था। प्रवक्ता ने कहा, ‘भाजपा का सार्थक विरोध करने वाले किसी भी राजनीतिक दल को बख्शा नहीं गया है, चाहे वह ईडी, सीबीआई, एनआईए, एनसीबी हो – सभी का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया गया है।’