नई दिल्ली, 23 अगस्त। दिल्ली आबकारी नीति में हुए कथित घोटाले के मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया को एक और झटका लगा है। इस क्रम में सीबीआई की छापेमारी के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सिसोदिया के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
सिसोदिया सहित कई अन्य के खिलाफ ईडी ने दर्ज किया मामला
ईडी सूत्रों के अनुसार केंद्रीय जांच एजेंसी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत कई अन्य के खिलाफ आबकारी नीति में भ्रष्टाचार के आरोप में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। सीबीआई द्वारा दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के बाद धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया गया था और सबूतों से आबकारी नीति में बदलाव के माध्यम से उत्पन्न अपराध की आय का पता चला था।
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं के संबंध में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में नामित 15 व्यक्तियों और संस्थाओं में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं।
केजरीवाल की भविष्यवाणी – 10 दिनों में हो सकती है सिसोदिया की गिरफ्तारी
इससे पहले मंगलवार को दिन में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के भावनगर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए सिसोदिया की गिरफ्तारी की भविष्यवाणी की थी। केजरीवाल ने कहा था, ‘हमने सुना है कि सिसोदिया को 10 दिनों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आपका उत्साह देखकर ऐसा लगता है कि उन्हें दो या तीन दिनों में गिरफ्तार किया जा सकता है।’
दो वरिष्ठ अधिकारी निलंबित किए जा चुके हैं
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सीबीआई ने सिसोदिया के आवास और कुछ नौकरशाहों के परिसरों सहित कई स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें आबकारी आयुक्त कृष्णा और आबकारी विभाग के दो अन्य अधिकारी और व्यवसायी शामिल थे। तलाशी के बाद केंद्र ने दिल्ली शराब नीति मामले में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ए.गोपी कृष्णा और दानिक्स अधिकारी आनंद कुमार तिवारी को निलंबित कर दिया है। कृष्णा दिल्ली सरकार में आबकारी आयुक्त थे जबकि आनंद कुमार उप आबकारी आयुक्त थे।