नई दिल्ली, 14 दिसम्बर। कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि लोकसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई नई बात नहीं की बल्कि सिर्फ मुख्य विपक्षी दल के खिलाफ आरोप मढ़े। वहीं पार्टी महासचिव व वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के भाषण को गणित के पीरिएड जैसा उबाऊ करार दिया।
कांग्रेस पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के भाषण में कुछ भी नया नहीं है। सिर्फ कांग्रेस के खिलाफ आरोप लगाए हैं। हमने कल और आज खुलासा कर दिया कि पूरी सरकार अदानी के लिए चल रही है। जिस तरह से आरएसएस और हिन्दू महासभा ने पहले दिन से संविधान का विरोध किया था, इसका भी खुलासा हुआ है।’
वेणुगोपाल ने यह भी दावा किया, ‘राहुल गांधी के भाषण के समय प्रधानमंत्री अनुपस्थित थे, गृह मंत्री अनुपस्थित थे। या तो वे राहुल गांधी का सामना करने से डरे हुए हैं या फिर वे विपक्ष में विश्वास नहीं करते।’
प्रधानमंत्री जी ने एक नई चीज नहीं बोली, पूरी तरह से बोर कर दिया.
मैंने सोचा था.. प्रधानमंत्री जी कुछ नया और अच्छा बोलेंगे, लेकिन खोखले 11 संकल्प गिनाए.
अगर भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस है तो अडानी पर बहस तो कीजिए.
: कांग्रेस महासचिव व सांसद श्रीमती @priyankagandhi जी pic.twitter.com/Ughbr6a7AJ
— Congress (@INCIndia) December 14, 2024
प्रधानमंत्री ने मुझे बिल्कुल बोर कर दिया – प्रियंका गांधी
वहीं पीएम मोदी के बयान पर वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा – ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ भी नया या रचनात्मक नहीं कहा। उन्होंने मुझे बिल्कुल बोर कर दिया… मुझे लगा कि वे कुछ नया कहेंगे। उन्होंने 11 खोखले वादों के बारे में बात की। यदि उनमें भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है, तो उन्हें कम से कम अदाणी पर बहस करनी चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस ने संकल्पों पर कसा तंज
उधर पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस ने भी पीएम मोदी के लोकसभा में दिए भाषण पर निशाना साधा है। तृणमूल कांग्रेस की तरफ से सोशल मीडिया एक्स पर लिखा गया – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अघोषित संकल्प – मणिपुर पर चुप रहना।’
पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला – एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी ने लोकसभा में शनिवार की शाम ‘संविधान की 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा का जवाब देते हुए लगभग दो घंटे के अपने संबोधन में जहां सरकार की उपलब्धियां गिनाईं वहीं नेहरू-गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इसने हर स्तर पर संविधान को चुनौती दी। उन्होंने आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए विपक्षी दल के माथे से यह कलंक कभी नहीं मिट सकेगा।