नई दिल्ली, 4 सितम्बर। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि कि भारत और अमेरिका व्यापार मसले पर बातचीत जारी रखेंगे। उन्होंने दोनों देशों के रिश्तों को आज की दुनिया में सबसे अहम बताया।
पीयूष गोयल ने ‘नेटवर्क18’ को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैं इसे (अमेरिकी टैरिफ को) सिर्फ एक और स्थिति मानता हूं, जैसे 1998 में परमाणु परीक्षण के दौरान अमेरिका ने भारत पर प्रतिबंध लगाए थे। वैसा ही यह भी है। यह स्थिति भी तब खत्म होगी, जब हालात की गहराई से समझ विकसित होगी।’
फिलहाल अमेरिका ने भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ थोप रखा है। इसमें से अतिरिक्त 25 प्रतिशत गत 27 अगस्त से लागू हुआ है। हालांकि दवाइयां, पेट्रोलियम और इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे अहम निर्यात उत्पादों को फिलहाल ज्यादा ड्यूटी से छूट दी गई है। ये करीब 28 अरब डॉलर के बराबर है। वहीं, अमेरिका को भारत का कुल निर्यात 86.51 अरब डॉलर का है।
GST सुधार पर कही ये बात
गोयल ने GST सुधार पर कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडस्ट्री पर भरोसा करते हैं और रेवेन्यू बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है। इसके चलते हम सिर्फ आगे बढ़ेंगे, पीछे नहीं जाएंगे। पीएम मोदी ने साफ दिखाया है कि अच्छी अर्थव्यवस्था अच्छी राजनीति भी हो सकती है। बाजार भी यह मानता है कि देश सुरक्षित हाथों में है।’
GST से मांग बढ़ने का भरोसा
गोयल ने कहा, ‘ईमानदार सरकार के पास हमेशा खर्च करने के लिए पैसा होगा, जैसा कि हमने जीएसटी सुधारों के जरिए एक झटके में 2 लाख करोड़ रुपये की राहत देकर दिखाया है। जीएसटी सुधार जीडीपी, निवेश और मांग को बड़ा सहारा देंगे। बढ़ती मांग का मतलब होगा मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में ज्यादा नौकरियां। भारत का भविष्य बेहद उज्ज्वल है।’
उन्होंने भरोसा जताया कि 22 सितम्बर से शुरू हो रहे जीएसटी सुधार अर्थव्यवस्था और जीडीपी ग्रोथ को मजबूती देंगे। ये सुधार सुनिश्चित करेंगे कि भारतीय निवेश लगातार आगे बढ़ते रहें। जब मांग होगी तो और निवेश करने की दिलचस्पी भी होगी।

