नई दिल्ली, 31 जनवरी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को घोषणा की कि विशाखापट्टनम शहर राज्य की नई राजधानी बनने जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं आप सभी को विशाखापट्टनम आमंत्रित करने आया हूं, जो आने वाले दिनों में हमारी राजधानी बनने जा रहा है। मैं भी आने वाले महीनों में विशाखापट्टनम में शिफ्ट हो जाऊंगा।’
विशाखापट्टनम में अगले माह होगा वैश्विक शिखर सम्मेलन
सीएम जगन मोहन रेड्डी ने कहा, ‘हम तीन और चार मार्च को विशाखापट्टनम में एक वैश्विक शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं … मैं आप सभी को व्यक्तिगत रूप से शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए आया हूं।’ रेड्डी ने विदेशी और घरेलू निवेशकों से आग्रह किया कि वे आंध्र प्रदेश पास आएं और देखें कि राज्य में व्यापार करना कितना आसान है।
I invite you to our beautiful state for the Andhra Pradesh Global Investors Summit to be held on the 3rd & 4th of March in Visakhapatnam.
Experience the ease of doing business in our state and partake in our vibrant culture.
Welcome! #APGlS2023 #AndhraPradesh pic.twitter.com/i2WmrvpgV8— YS Jagan Mohan Reddy (@ysjagan) January 31, 2023
इससे पहले, रेड्डी ने विशाखापट्टनम को राज्य प्रशासन की सीट के रूप में प्रस्तावित करते हुए यह स्पष्ट कर दिया था कि राज्य का भविष्य डिसेंट्रलाइज्ड डेवलपमेंट में है। मुख्यालय के रूप में यह राज्य के राज्यपाल का आधार भी होगा जबकि विधायिका अमरावती से कार्य करेगी। उन्होंने कहा था कि 1956 में तत्कालीन मद्रास राज्य से आंध्र के अलग होने के बाद हाई कोर्ट को कुरनूल ले जाया जाएगा, जो कभी राजधानी हुआ करता था।
जगन मोहन रेड्डी का मानना है कि राज्यभर में कार्यकारी, विधायी और न्यायिक कार्यों की सीटों का वितरण, समान क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देगा जबकि देश में इसकी कोई समानता नहीं है। युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस (YSRC) पार्टी में उनके कट्टर समर्थक बताते हैं कि यह कई राजधानी शहरों के अनुभवों से प्रेरित है।