नई दिल्ली, 4 फरवरी। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत सेना में जवानों की अग्निवीर भर्ती के नियमों में बदलाव किया गया है। सेना में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को जिन तीन चरणों से होकर गुजरना पड़ता है, उसमें कुछ फेरबदल किया गया है। भारतीय सेना के एक विज्ञापन में सेना में अग्निवीरों की भर्ती के तीन नए चरणों की जानकारी दी गई है।
3 चरणों वाले नए नियमों के तहत अब सबसे पहले देनी होगी संयुक्त प्रवेश परीक्षा
नए नियमों के अनुसार सबसे पहले उम्मीदवारों को एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा देनी होगी। ऑनलाइन ली जाने वाली इस परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवारों को फिजिकल फिटनेस टेस्ट से गुजराना होगा। फिजिकल फिटनेस टेस्ट पास करने वाले उम्मीदवारों का अगले चरण में मेडिकल टेस्ट होगा। मेडिकल टेस्ट में योग्य पाए गए उम्मीदवार ही सेना में भर्ती हो पाएंगे।
इससे पहले अपनाई जाने वाली भर्ती प्रक्रिया के तहत पहले उम्मीदवारों को फिजिकल फिटेनस टेस्ट देना होता था। फिटनेस टेस्ट में पास होने वाले उम्मीदवारों के मेडिकल टेस्ट होते थे। सबसे अंत में उम्मीदवारों को एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा से गुजरना होता था।
खर्च कम करने के लिए बदली गई प्रक्रिया
सेना के अधिकारियों के अनुसार पहले वाली प्रक्रिया में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग की जाती थी। उससे प्रशासनिक संसाधनों पर जोर पड़ता है। जब ज्यादा उम्मीदवार होते हैं तो भर्ती रैलियों में कानून और व्यवस्था की स्थिति से निबटने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की जरूरत पड़ती है। मेडिकल स्टाफ में भी ज्यादा लोग चाहिए होते हैं। नई प्रक्रिया में सबसे पहले एंट्रेंस टेस्ट देना होगा। इससे बेहतर योग्य उम्मीदवार पहले सेलेक्ट हो जाएंगे। नई प्रक्रिया से अग्निवीर भर्ती रैलियों के आयोजन में शामिल लागत को काफी हद तक कम किया जा सकेगा।
नए भर्ती नियम 2023-24 के अगले भर्ती चक्र से लागू होंगे
गौरतलब है कि अब तक 19,000 अग्निवीर भारतीय सेना में शामिल हो चुके हैं और 21,000 मार्च के पहले सप्ताह से सेना में शामिल होंगे। नए भर्ती नियम 2023-24 के अगले भर्ती चक्र से सेना में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों पर लागू होंगे।