हैदराबाद, 15 जून। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की सत्ता जाते ही उनकी हनक भी जाती रही। इसका उदाहरण शनिवार को दिखा, जब ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) ने जगन मोहन रेड्डी के हैदराबाद स्थित लोटस पाउंड के पोश बंगले के बाहर अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। जगन रेड्डी की सुरक्षा के उद्देश्य से किए गए अनधिकृत निर्माणों ने सड़क पर अतिक्रमण कर लिया था, जिससे जनता को असुविधा हो रही थी।
दिलचस्प यह रहा कि जब तक रेड्डी मुख्यमंत्री थे, किसी ने इस अवैध निर्माण पर हाथ नहीं लगाया था। सत्ता जाते ही तेलंगाना में सत्तारूढ़ रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने हैदराबाद स्थित जगन के घर काररवाई कर डाली। दरअसल, जीएचएमसी अधिकारियों ने शिकायतों के बाद यह काररवाई की। विध्वंस का उद्देश्य सार्वजनिक पहुंच बहाल करना और भवन नियमों को लागू करना था।
आंध्र प्रदेश में सत्ता संभाल चुकी है TDP सरकार
उल्लेखनीय है कि गत 12 जून को तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। आंध्र प्रदेश में हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में कुल 175 विधानसभा सीटों में राजग ने 164 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल किया। वहीं राजग ने आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 सीटों में से 21 पर जीत दर्ज की है।
वाईएसआर कांग्रेस की हार के कारणों को समझ पाने में विफल हैं जगन मोहन
हालांकि वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख (जगन) ने पुलिवेंडुला विधानसभा सीट से 61,000 से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीता है, लेकिन उनकी पार्टी बुरी तरह हार गई। वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने हार के बाद कहा कि कई कल्याणकारी कार्यक्रम चलाने के बावजूद विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस की हार के कारणों को वह समझ पाने में विफल हैं। जगन ने मीडिया से कहा कि पार्टी यहां से उठकर आगे बढ़ेगी तथा लोगों के भले के लिए उनके साथ जुड़ेगी।